भारत-पाक तनाव: राजौरी में पाकिस्तानी गोलाबारी में अधिकारी की मौत, ऑपरेशन सिंदूर ने बढ़ाई हलचल

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राजौरी में अधिकारी की मौत

10 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ने जंग जैसे हालात पैदा कर दिए। पाकिस्तान की नापाक हरकतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तानी गोलाबारी ने एक बड़ा नुकसान पहुंचाया, जिसमें प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राज कुमार थापा शहीद हो गए। यह हमला भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जवाब था, जिसमें 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। पाकिस्तान ने इसके बाद ड्रोन हमले और गोलाबारी तेज कर दी, जिसमें श्रीनगर, पठानकोट, और जयपुर जैसे 26 इलाकों को निशाना बनाया। आइए, इस तनाव की पूरी कहानी आसान भाषा में समझते हैं और जानते हैं कि भारत अब क्या करेगा।

राजौरी में गोलाबारी: एक अधिकारी की शहादत?

10 मई की रात पाकिस्तान ने राजौरी के रिहायशी इलाकों में गोलाबारी की, जिसमें जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राज कुमार थापा की जान चली गई। थापा अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त थे और एक दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री के साथ जिले में दौरा कर रहे थे। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने ट्वीट कर दुख जताया, “कल ही थापा ने मेरी ऑनलाइन बैठक में हिस्सा लिया था। आज उनके घर पर गोलाबारी हुई, और हमने एक समर्पित अधिकारी खो दिया।

इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। थापा जैसे लोग, जो दिन-रात जनता की सेवा में लगे रहते हैं, पाकिस्तान की कायराना हरकतों का शिकार हो रहे हैं। राजौरी में लोग डर के साये में जी रहे हैं, लेकिन भारतीय सेना ने साफ कर दिया है कि हर हमले का जवाब दिया जाएगा।

ऑपरेशन सिंदूर: आतंकियों को सबक?

यह सब शुरू हुआ 22 अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले से, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली पर्यटक शहीद हुए। इस हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी, और इसके पीछे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ था। भारत ने इसका जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से दिया, जो 7 मई की रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच चलाया गया।

इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, नौसेना, और वायुसेना ने मिलकर पाकिस्तान के बहावलपुर, सियालकोट, मुर्दिके, और PoK के मुजफ्फराबाद जैसे इलाकों में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ये हमले जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों पर किए गए। ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ इसलिए रखा गया, क्योंकि पहलगाम हमले में कई महिलाओं का सुहाग छिन गया था। यह कार्रवाई उन शहीदों को न्याय दिलाने का प्रतीक थी।

पाकिस्तान की बौखलाहट: ड्रोन और गोलाबारी?

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने 9 और 10 मई को भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू कर दिए। उसने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, और गुजरात के 26 इलाकों को निशाना बनाया, जिनमें श्रीनगर एयरपोर्ट, पठानकोट, जयपुर, और जैसलमेर शामिल थे। भारतीय सेना ने जवाब में 50 से ज्यादा ड्रोन मार गिराए, और सांबा जिले में घुसपैठ की कोशिश को भी नाकाम किया।

पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत ने उसके चार हवाई ठिकानों—नूर खान, शोरकोट, मुरिद, और रफीकी—पर हमले किए, जिसके बाद उसने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया। लेकिन भारत ने इन दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की। रक्षा सूत्रों का कहना है कि भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि सैन्य अड्डों को।

जम्मू-कश्मीर में दहशत: लोग डरे, सेना सतर्क?

पाकिस्तान की गोलाबारी और ड्रोन हमलों ने जम्मू-कश्मीर में दहशत फैला दी है। उरी, पुंछ, और अखनूर जैसे इलाकों में रातभर धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। स्थानीय लोगों ने दुकानें बंद कर दीं, और कई इलाकों में ब्लैकआउट लागू किया गया। एक नागरिक ने कहा, “धमाकों से नींद टूटी, लेकिन हमारी सेना ने सब संभाल लिया। हमें उन पर गर्व है।

भारतीय सेना ने कुपवाड़ा, बारामुला, और राजौरी में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा। बीएसएफ ने भी सांबा में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया, जिसमें सात आतंकी मारे गए।

भारत की तैयारी: हाई अलर्ट पर देश?

पाकिस्तान के हमलों के बाद भारत ने अपनी सुरक्षा कड़ी कर दी है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, और राजस्थान में हाई अलर्ट जारी है। 27 हवाई अड्डे बंद किए गए हैं, और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तैनात की गई हैं। पंजाब पुलिस ने छुट्टियां रद्द कर दीं, और जैसलमेर व बाड़मेर में रेड अलर्ट है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुखों के साथ बैठक की, जिसमें सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई। भारत ने साफ कर दिया है कि अगर पाकिस्तान ने और हमले किए, तो जवाब और सख्त होगा।

दुनिया की प्रतिक्रिया: शांति की अपील?

इस तनाव ने दुनिया का ध्यान खींचा है। कई देशों ने शांति की अपील की है:
– **अमेरिका**: विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दोनों देशों से तनाव कम करने को कहा।
– **G7 देश**: पहलगाम हमले की निंदा की और सैन्य तनाव से बचने की सलाह दी।
– **सिंगापुर**: दोनों देशों से बातचीत के जरिए शांति की अपील की।
– **चीन**: पाकिस्तान का समर्थन करते हुए जांच की मांग की।

पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने भारत पर “उकसाने” का आरोप लगाया, लेकिन भारत ने कहा कि उसकी कार्रवाई सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ है।

क्या यह युद्ध की शुरुआत है?

ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान के ड्रोन हमले, और राजौरी में थापा की शहादत ने दोनों देशों को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान जवाबी हमले की कोशिश कर सकता है, लेकिन भारत की सैन्य ताकत और सतर्कता उसे ऐसा करने से रोकेगी। दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं, जिससे स्थिति और खतरनाक है।

भारत ने दुनिया को भरोसा दिलाया कि वह शांति चाहता है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ उसका रुख सख्त रहेगा। क्या यह तनाव बातचीत से खत्म होगा, या युद्ध की ओर बढ़ेगा? अपनी राय कमेंट में शेयर करें, और ताजा अपडेट्स के लिए [यहां क्लिक करें] और [ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी] भी पढ़ें।

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