एयरटेल नेटवर्क ठप: तमिलनाडु और दक्षिण भारत में यूजर्स परेशान, क्या है वजह?

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एयरटेल नेटवर्क ठप तमिलनाडु और दक्षिण भारत में यूजर्स परेशान, क्या है वजह

13 मई 2025 की शाम को तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में एयरटेल का नेटवर्क अचानक ठप हो गया। लाखों यूजर्स कॉल नहीं कर पाए, जिससे हंगामा मच गया। सोशल मीडिया, खासकर X, पर लोग अपनी परेशानी बयां करते दिखे। डाउनडिटेक्टर ने रात 8:30 बजे तक 8,400 से ज्यादा शिकायतें दर्ज कीं। एयरटेल ने माना कि नेटवर्क में दिक्कत थी और रात 11 बजे तक सर्विस बहाल कर दी गई। लेकिन सवाल यह है—ऐसा हुआ क्यों, और क्या यह फिर होगा? आइए, आसान भाषा में पूरी कहानी समझते हैं।

 नेटवर्क ठप: क्या हुआ तमिलनाडु और केरल में?

13 मई की शाम को तमिलनाडु के चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै, और तिरुचिरापल्ली जैसे शहरों में एयरटेल यूजर्स को कॉल करने में दिक्कत हुई। केरल के कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में भी यही हाल रहा। डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, 76% शिकायतें मोबाइल नेटवर्क से जुड़ी थीं, जबकि डेटा सर्विस (इंटरनेट) पर कोई असर नहीं पड़ा। कुछ यूजर्स ने बताया कि वे व्हाट्सएप कॉल कर पाए, लेकिन सामान्य कॉल्स फेल हो रहे थे।

एयरटेल के प्रवक्ता ने बयान दिया, “तमिलनाडु और केरल के कुछ इलाकों में नेटवर्क में अस्थायी दिक्कत आई है। हमारी टेक्निकल टीम इसे जल्द ठीक करने में जुटी है।” रात 11 बजे तक नेटवर्क बहाल हो गया, लेकिन तब तक यूजर्स की परेशानी बढ़ चुकी थी। [एयरटेल नेटवर्क की खबर] पढ़ें।

यूजर्स की शिकायतें X पर मचा बवाल

यूजर्स की शिकायतें: X पर मचा बवाल?

जैसे ही नेटवर्क डाउन हुआ, यूजर्स ने X पर अपनी भड़ास निकाली। चेन्नई के एक यूजर ने लिखा, “एयरटेल क्या हो गया? कॉल ही नहीं लग रहा!” कोयंबटूर की एक स्टूडेंट ने शेयर किया, “पढ़ाई के लिए जरूरी कॉल नहीं कर पा रही। एयरटेल, प्लीज फिक्स करो!” कुछ ने मीम्स बनाए, जिसमें एयरटेल का लोगो “No Signal” के साथ दिखाया गया। डाउनडिटेक्टर ने बताया कि शिकायतें शाम 6 बजे से बढ़नी शुरू हुईं और 8:30 बजे पीक पर थीं।

कई यूजर्स ने पूछा कि क्या यह साइबर अटैक था, क्योंकि हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के बाद साइबर खतरों की चेतावनी दी गई थी। हालांकि, एयरटेल ने इसे टेक्निकल गड़बड़ी बताया, न कि साइबर हमला। [सोशल मीडिया पर यूजर रिएक्शन] देखें।

क्या थी वजह: साइबर अटैक या टेक्निकल गड़बड़ी?

एयरटेल ने नेटवर्क ठप होने की सटीक वजह नहीं बताई, लेकिन इसे “अस्थायी टेक्निकल दिक्कत” कहा। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह ज्यादा डेटा ट्रैफिक या सॉफ्टवेयर ग्लिच की वजह से हो सकता है। हाल ही में टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने एयरटेल, जियो, और BSNL को साइबर सिक्योरिटी बढ़ाने का आदेश दिया था, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के बाद साइबर अटैक का खतरा बढ़ गया है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि सीमा पर तनाव के कारण टेलीकॉम नेटवर्क को निशाना बनाया जा सकता है। हालांकि, कोई सबूत नहीं है कि यह आउटेज साइबर अटैक था। एयरटेल ने कहा कि उनकी टीमें भविष्य में ऐसी दिक्कतों को रोकने के लिए काम कर रही हैं। [साइबर सिक्योरिटी और टेलीकॉम] पढ़ें।

एयरटेल का जवाब: सर्विस बहाल, माफी मांगी?

एयरटेल ने तुरंत एक्शन लिया और सोशल मीडिया पर यूजर्स को अपडेट दिया। कंपनी ने X पर लिखा, “हम नेटवर्क दिक्कत को ठीक कर रहे हैं। असुविधा के लिए खेद है।” रात 11 बजे तक तमिलनाडु और केरल में सर्विस बहाल हो गई। प्रवक्ता ने कहा, “हमारी टेक्निकल टीमें दिन-रात काम कर रही थीं। हम यूजर्स की परेशानी समझते हैं और इसे दोबारा होने से रोकेंगे।

एयरटेल ने यूजर्स को सलाह दी कि अगर अभी भी दिक्कत हो, तो वे Airtel Thanks ऐप या कस्टमर केयर (121) से संपर्क करें। कुछ यूजर्स ने कंपनी की त्वरित प्रतिक्रिया की तारीफ की, लेकिन कई ने मुआवजे की मांग की। [एयरटेल कस्टमर केयर गाइड] देखें।

बिजनेस पर असर?

यूजर्स पर असर: बिजनेस और पर्सनल लाइफ प्रभावित?

नेटवर्क आउटेज ने तमिलनाडु और केरल के लाखों यूजर्स को प्रभावित किया। छोटे बिजनेस, जैसे कि चेन्नई के फूड डिलीवरी स्टार्टअप्स, को ऑर्डर लेने में दिक्कत हुई। एक दुकानदार ने बताया, “मेरे ग्राहक कॉल नहीं कर पाए, और मैंने कई ऑर्डर खो दिए।” स्टूडेंट्स को ऑनलाइन क्लासेस के लिए व्हाट्सएप कॉल्स पर निर्भर रहना पड़ा।

इमरजेंसी सर्विसेज भी प्रभावित हुईं। कोयंबटूर के एक यूजर ने X पर लिखा, “मुझे अस्पताल कॉल करना था, लेकिन नेटवर्क नहीं था। यह खतरनाक है!” एयरटेल ने कहा कि वे इमरजेंसी कॉल्स को प्राथमिकता दे रहे हैं और भविष्य में ऐसी दिक्कतें कम करेंगे। [नेटवर्क आउटेज का असर] पढ़ें।

एयरटेल की ताकत: फिर भी बढ़ रहा है बिजनेस?

इस आउटेज के बावजूद, एयरटेल का बिजनेस शानदार प्रदर्शन कर रहा है। जनवरी-मार्च 2025 में कंपनी का नेट प्रॉफिट 77% बढ़कर ₹5,223 करोड़ हो गया। टैरिफ बढ़ोतरी और टैक्स बेनिफिट्स ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई। भारत में एयरटेल के 42.4 करोड़ मोबाइल यूजर्स हैं, और हर यूजर से औसतन ₹245 की कमाई हो रही है।

एयरटेल ने स्टारलिंक और नोकिया जैसी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप भी की है, ताकि 5G और सैटेलाइट कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा सके। कंपनी ने हाल ही में AI-पावर्ड स्पैम डिटेक्शन टूल लॉन्च किया, जो 10 भारतीय भाषाओं में काम करता है।भविष्य में क्या नेटवर्क कैसे रहेगा मजबूत?

भविष्य में क्या: नेटवर्क कैसे रहेगा मजबूत?

एयरटेल ने वादा किया है कि वह नेटवर्क को और मजबूत करेगा। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने ऑपरेटर्स को इंट्रा-सर्कल रोमिंग शुरू करने को कहा है, ताकि नेटवर्क डाउन होने पर यूजर्स दूसरे नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकें। यह सिस्टम पहले ओडिशा साइक्लोन में काम आ चुका है।

कंपनी 5G और सैटेलाइट टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रही है। स्टारलिंक के साथ पार्टनरशिप से ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ेगी। एयरटेल ने नोकिया के साथ 5G स्टैंडअलोन नेटवर्क पर भी काम शुरू किया है, जो तेज और भरोसेमंद सर्विस देगा।

यूजर्स के लिए टिप्स: नेटवर्क डाउन होने पर क्या करें?

अगर भविष्य में नेटवर्क डाउन हो, तो ये टिप्स काम आएंगे:
व्हाट्सएप या इंटरनेट कॉलिंग: डेटा सर्विस काम कर रही हो, तो व्हाट्सएप या जियो मीट जैसे ऐप्स इस्तेमाल करें।
Wi-Fi कॉलिंग: एयरटेल की Wi-Fi कॉलिंग सुविधा चालू करें।

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