अहमदाबाद विमान हादसा: एयर इंडिया फ्लाइट AI171 क्रैश, 241 की मौत!

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अहमदाबाद विमान हादसा 2025

12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुआ विमान हादसा भारत के सबसे भयानक एविएशन हादसों में से एक है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद मेहगनीनगर इलाके में क्रैश हो गई। इस बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 पैसेंजर और 12 क्रू मेंबर्स थे। हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया कि सिर्फ एक शख्स, ब्रिटिश नागरिक विशवास कुमार रमेश, इस हादसे में जिंदा बचे। फ्लाइट ने दोपहर 1:38 बजे टेकऑफ किया और 30 सेकंड बाद ही बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जा गिरी, जिससे 24 लोग, जिनमें चार मेडिकल स्टूडेंट्स शामिल थे, मारे गए। X पर @IndianExpress ने लिखा, “हादसे के बाद काला धुआं और आग की लपटें दिखीं।” पीएम नरेंद्र मोदी ने X पर इसे “दिल दहलाने वाला” बताया और घायलों से मिलने अहमदाबाद पहुंचे। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, कुल 265 शव सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। एयर इंडिया ने हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया। यह हादसा न सिर्फ यात्रियों, बल्कि जमीन पर मौजूद लोगों के लिए भी त्रासदी बन गया। इस लेख में हम हादसे की डिटेल्स, रेस्क्यू ऑपरेशन, और प्रभावित परिवारों की कहानियों को आसान भाषा में समझाएंगे।

हादसे का मंजर: 30 सेकंड में बिखर गया सबकुछ?

अहमदाबाद का यह हादसा इतना भयानक था कि लोग आज भी इसके बारे में सोचकर सिहर उठते हैं। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट AI171 ने दोपहर 1:38 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेकऑफ किया। टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया कि 30 सेकंड बाद ही पायलट ने मेडे कॉल (इमरजेंसी सिग्नल) दिया, लेकिन इसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया। विमान मेहगनीनगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में जा गिरा, जहां 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स लंच कर रहे थे। न्यूज18 ने लिखा कि हादसे के बाद जोरदार धमाका हुआ, और काला धुआं आसमान में छा गया। X पर @CNNnews18 ने शेयर किया कि विमान का फ्यूल टैंक फुल था, जिससे आग और तेजी से फैली। प्रत्यक्षदर्शी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मैं 40 सेकंड दूर था। मैंने अपने दोस्तों के शव मलबे से निकाले।” रेस्क्यू ऑपरेशन में 6 एनडीआरएफ टीमें, फायर ब्रिगेड, और पुलिस शामिल हुईं। द गार्जियन ने बताया कि एक ब्लैक बॉक्स मिला, जिससे हादसे की वजह का पता चल सकता है। इस हादसे ने न सिर्फ यात्रियों, बल्कि मेडिकल स्टूडेंट्स और स्थानीय लोगों की जिंदगियां छीन लीं। यह मंजर हर किसी के लिए सदमा था।

एकमात्र जिंदा बचे विशवास कुमार रमेश: चमत्कार की कहानी?

इस भयानक हादसे में एक नाम जो सुर्खियों में है, वो है विशवास कुमार रमेश। बीबीसी के मुताबिक, 40 साल के विशवास, जो सीट 11A पर थे, इस हादसे के इकलौते सर्वाइवर हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया कि विशवास भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं और लंदन लौट रहे थे। हादसे के बाद वो लंगड़ाते हुए मलबे से निकले और स्थानीय लोगों ने उन्हें रेस्क्यू किया। X पर @IndianExpress ने उनकी कहानी शेयर की, जिसमें विशवास ने कहा, “टेकऑफ के 30 सेकंड बाद जोरदार आवाज आई, और फिर सब खत्म।” अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल के डॉ. राजनिश पटेल ने सीएनएन को बताया कि विशवास की हालत स्थिर है और वो जल्द रिकवर कर सकते हैं। दुख की बात ये है कि विशवास के भाई अजय, जो उसी फ्लाइट में थे, इस हादसे में मारे गए। न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि विशवास के परिवार ने इसे “चमत्कार” बताया, लेकिन अजय की मौत ने उनके घर में मातम छा दिया। पीएम मोदी ने विशवास से हॉस्पिटल में मुलाकात की। यह कहानी न सिर्फ हौसले की है, बल्कि उस दर्द की भी, जो विशवास और उनका परिवार झेल रहा है।

विजय रूपानी: गुजरात के पूर्व सीएम की दुखद विदाई?

इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी की मौत ने पूरे राज्य को झकझोर दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, 68 साल के रूपानी अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। न्यूज18 ने बताया कि बीजेपी के गुजरात चीफ ने उनकी मौत की पुष्टि की। X पर @MeghUpdates ने लिखा, “विजय रूपानी समेत 241 लोग हादसे में मारे गए।” रूपानी 2016 से 2021 तक गुजरात के सीएम रहे और अपनी सादगी के लिए जाने जाते थे। इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि पीएम मोदी ने उनकी पत्नी अंजलि रूपानी से मुलाकात की और शोक जताया। राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने भी X पर शोक व्यक्त किया। रूपानी के घर पर कैबिनेट मिनिस्टर्स मुलुभाई बेरा, कुंवरजी बावलिया, और भानुबेन बबारीया पहुंचे। द हिंदू के मुताबिक, रूपानी की मौत ने बीजेपी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ा दी। उनकी बेटी, जो लंदन में रहती हैं, इस खबर से टूट गईं। यह हादसा न सिर्फ एक पॉलिटिकल लीडर की मौत है, बल्कि एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति भी। रूपानी की स्मृति गुजरात के लोगों के दिलों में हमेशा रहेगी।

एयर इंडिया फ्लाइट AI171 क्रैश

बीजे मेडिकल कॉलेज: हॉस्टल में मातम?

हादसे ने बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल को तबाह कर दिया, जहां मेडिकल स्टूडेंट्स की जिंदगियां छिन गईं। इंडिया टुडे के मुताबिक, विमान हॉस्टल के डाइनिंग हॉल में जा गिरा, जहां 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स लंच कर रहे थे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गुजरात ने पुष्टि की कि तीन एमबीबीएस स्टूडेंट्स की मौत हुई, और 45 अन्य घायल हैं। द हिंदू ने बताया कि हॉस्टल में आग लगने से रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किल हुई। X पर @CNNnews18 ने लिखा, “हॉस्टल में पांच स्टूडेंट्स और लोकल स्टाफ की मौत हुई।” एक स्टूडेंट की मां ने बीबीसी को बताया कि उनका बेटा दूसरी मंजिल से कूद गया, जिससे उसे चोटें आईं। इंडियन एक्सप्रेस ने एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से कहा, “खाना परोसा हुआ था, लेकिन सब मलबे में दब गया।” गुजरात सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 079-232-51900 जारी किए। यह हादसा उन परिवारों के लिए दुखदायी है, जिनके बच्चे डॉक्टर बनने का सपना देख रहे थे। मेडिकल कॉलेज अब मातम और सवालों का केंद्र बन गया है।

रेस्क्यू ऑपरेशन: एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की जंग?

हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन तुरंत शुरू हुआ, लेकिन आग और धुएं ने इसे चुनौतीपूर्ण बना दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, 6 एनडीआरएफ टीमें गांधीनगर और वडोदरा से पहुंचीं। इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि फायर ब्रिगेड, पुलिस, और 24 से ज्यादा एम्बुलेंस मौके पर थीं। X पर @IndianExpress ने लिखा, “रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर चला, और 265 शव सिविल हॉस्पिटल पहुंचे।” न्यूज18 ने एनडीआरएफ के हरिओम गांधी के हवाले से कहा, “हमने सेंट्रल और स्टेट एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया।” धुंधले धुएं और फ्यूल की गंध ने रेस्क्यू को मुश्किल किया। द गार्जियन के मुताबिक, एक ब्लैक बॉक्स मिला, लेकिन दूसरा अभी नहीं मिला। सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने कहा कि जांच में कोई कमी नहीं होगी। गुजरात सीएम भूपेंद्र पटेल ने घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनवाया। यह ऑपरेशन न सिर्फ रेस्क्यू था, बल्कि उन परिवारों के लिए उम्मीद की किरण भी, जो अपनों की तलाश में थे। रेस्क्यू टीमों की मेहनत हर किसी के लिए प्रेरणा है।

पीएम मोदी का दौरा: अहमदाबाद में शोक और समर्थन?

पीएम नरेंद्र मोदी ने 13 जून 2025 को अहमदाबाद पहुंचकर हादसे का जायजा लिया। एनडीटीवी के मुताबिक, मोदी ने क्रैश साइट का दौरा किया और सिविल हॉस्पिटल में घायलों से मुलाकात की। X पर @ANI ने लिखा, “पीएम ने विशवास कुमार रमेश से बात की और विजय रूपानी की पत्नी से मिले।” इंडिया टुडे ने बताया कि मोदी ने सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू और होम मिनिस्टर अमित शाह से बात की, ताकि पीड़ितों को हर मदद मिले। द हिंदू के मुताबिक, मोदी ने X पर लिखा, “यह हादसा दिल दहलाने वाला है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं।” उन्होंने जांच के लिए हाई-लेवल कमेटी बनाने का ऐलान किया। बीबीसी ने बताया कि क्रैश साइट पर भारी सिक्योरिटी थी, और मीडिया को दूर रखा गया। मोदी के इस दौरे ने पीड़ित परिवारों को भरोसा दिया कि सरकार उनके साथ है। यह दौरा न सिर्फ शोक व्यक्त करने का था, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत इस त्रासदी से उबरने के लिए एकजुट है।

Nganthoi Sharma and Lamnunnem Singson

क्रू मेंबर्स: मणिपुर की दो बेटियों की कहानी?

इस हादसे में मणिपुर की दो क्रू मेंबर्स, नगन्थोई शर्मा कोंगब्रायलत्पम और लम्नुन्थेम सिंगसन, की मौत ने उनके गांव में मातम छा दिया। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, नगन्थोई ने हादसे से पहले अपनी बहन को फोन किया था कि वो लंदन जा रही हैं। 19 साल की उम्र में नगन्थोई ने 2023 में एयर इंडिया जॉइन किया था। उनके पिता ने बताया, “वो हमेशा सरप्राइज देती थी। मार्च में वो अचानक घर आई थी।” लम्नुन्थेम भी मणिपुर की एक होनहार बेटी थीं। द हिंदू ने मणिपुर के पूर्व सीएम एन. बिरेन सिंह के X पोस्ट के हवाले से कहा, “दोनों जवान थीं और डेडिकेशन के साथ काम करती थीं।” X पर @sanvai ने शेयर किया कि दोनों की मौत ने मणिपुर को झकझोर दिया। उनके परिवार मुंबई में रहते थे, जहां वो दूसरी मणिपुरी लड़कियों के साथ थीं। यह कहानी न सिर्फ उनके सपनों की है, बल्कि उस दुख की भी, जो उनके परिवार और समुदाय ने झेला। उनकी यादें हमेशा जिंदा रहेंगी।

जांच और सवाल: ब्लैक बॉक्स की तलाश?

हादसे की वजह जानने के लिए जांच शुरू हो चुकी है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने कहा कि एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) के प्रोटोकॉल के तहत जांच होगी। द गार्जियन ने बताया कि एक ब्लैक बॉक्स मिला, लेकिन दूसरा अभी नहीं मिला। X पर @IndianExpress ने लिखा, “बोइंग 787 की सेफ्टी रिकॉर्ड फिर सवालों में है।” टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, यूके और यूएस की टीमें भी जांच में शामिल हैं। बोइंग के सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने कहा, “हम AAIB को पूरा सपोर्ट देंगे।” हिंदुस्तान टाइम्स ने एविएशन एक्सपर्ट ग्रेग फीथ के हवाले से कहा कि कॉकपिट के थ्रस्ट लीवर्स और लैंडिंग गियर की पोजिशन जांच के लिए अहम हैं। यह हादसा बोइंग 787 की डिजाइन और मेंटेनेंस पर सवाल उठा रहा है। परिवारों को जवाब चाहिए कि आखिर गलती कहां हुई। यह जांच न सिर्फ हादसे की वजह बताएगी, बल्कि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने का रास्ता भी दिखाएगी।

दुनिया की संवेदनाएं: भारत के साथ एकजुटता?

इस हादसे ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया, और कई देशों ने भारत के साथ संवेदना जताई। सीएनबीसी टीवी18 के मुताबिक, यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप, रूस के व्लादिमीर पुतिन, और कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने शोक व्यक्त किया। सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वॉन्ग ने पीएम मोदी को पत्र लिखा, जिसमें कहा, “हम इस दुख में भारत के साथ हैं।” द हिंदू ने बताया कि यूके के पीएम कीर स्टारमर ने जांच के लिए टीम भेजी, क्योंकि 53 ब्रिटिश नागरिक मारे गए। X पर @CNNnews18 ने शेयर किया कि किंग चार्ल्स ने कहा, “हमारी प्रार्थनाएं पीड़ितों के साथ हैं।” तुर्की और सिंगापुर के विदेश मंत्रियों ने भी संवेदनाएं भेजीं। बोइंग के प्रेसिडेंट केली ऑर्टबर्ग ने X पर लिखा, “हमारी संवेदनाएं अहमदाबाद के लोगों के साथ हैं।” यह वैश्विक एकजुटता दिखाती है कि दुख की घड़ी में दुनिया भारत के साथ खड़ी है। यह संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के लिए ढांढस का काम करेंगी।

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