संजय कपूर, जो बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति और एक प्रसिद्ध उद्योगपति थे, का 12 जून 2025 को लंदन में निधन हो गया। उनकी मृत्यु की खबर ने न केवल उनके परिवार और दोस्तों को, बल्कि पूरे कॉरपोरेट और पोलो समुदाय को झकझोर कर रख दिया। संजय कपूर, जो ऑटोमोटिव कंपनी सोना कॉम्स्टार के चेयरमैन थे, की मृत्यु 53 वर्ष की आयु में पोलो खेलते समय दिल का दौरा पड़ने से हुई। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा एक मधुमक्खी के डंक के कारण हुआ, जिसके बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और फिर दिल का दौरा पड़ा। इस दुखद घटना के बाद, उनके परिवार ने फैसला किया कि उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में होगा। हालांकि, संजय के अमेरिकी नागरिक होने के कारण उनके शव को भारत लाने में कानूनी अड़चनें आ रही हैं। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, संजय के ससुर अशोक सचदेव ने बताया कि पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया चल रही है और कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद ही शव को भारत लाया जा सकेगा। यह प्रक्रिया इसलिए जटिल है क्योंकि संजय अमेरिकी नागरिक थे और उनकी मृत्यु यूके में हुई। इस स्थिति में अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करना अनिवार्य है, जिसके कारण अंतिम संस्कार में देरी हो सकती है। संजय के निधन की खबर सुनते ही करिश्मा कपूर के परिवार और दोस्त उनके साथ खड़े हुए। उनकी बहन करीना कपूर खान, जीजा सैफ अली खान, और करीबी दोस्त मलाइका अरोड़ा ने देर रात करिश्मा के मुंबई स्थित घर पर जाकर उन्हें सांत्वना दी। यह दुखद समय उनके बच्चों, समायरा और कियान, के लिए भी मुश्किल है, जो संजय और करिश्मा के बच्चे हैं। संजय का जीवन और उनकी उपलब्धियां कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रही हैं, और उनकी मृत्यु ने एक गहरा शून्य छोड़ दिया है।
संजय कपूर कौन थे?
संजय कपूर एक मशहूर भारतीय उद्योगपति और सोना कॉम्स्टार लिमिटेड के चेयरमैन थे। उनकी कंपनी ऑटोमोटिव उद्योग में प्रेसिजन-फोर्ज्ड गियर्स और ड्राइवलाइन कंपोनेंट्स बनाने के लिए जानी जाती है। फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, संजय की कुल संपत्ति लगभग 1.2 बिलियन डॉलर (लगभग 10,300 करोड़ रुपये) थी, जिसके कारण वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 2703वें स्थान पर थे। वह ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के पूर्व अध्यक्ष और सीआईआई नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन भी थे। संजय ने अपनी पढ़ाई भारत, यूके, और अमेरिका में पूरी की थी। वह दून स्कूल के पूर्व छात्र थे और बाद में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ बकिंघम से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उद्योग जगत में उनकी सफलता के अलावा, संजय एक उत्साही पोलो खिलाड़ी थे और इस खेल को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए काम करते थे। उनकी पोलो टीम, औरियस, में वह एक पैट्रन के रूप में शामिल थे। संजय का व्यक्तित्व करिश्माई था, और वह न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रभावशाली लोगों से जुड़े थे। उनकी दोस्ती ब्रिटेन के प्रिंस विलियम के साथ भी थी, जिसके कारण अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने उनके निधन को “प्रिंस विलियम के अरबपति दोस्त” की मृत्यु के रूप में कवर किया। संजय का जीवन न केवल उनके व्यावसायिक कौशल के लिए बल्कि उनकी सामाजिक और खेल से जुड़ी गतिविधियों के लिए भी जाना जाता था। उनकी मृत्यु ने उनके परिवार, दोस्तों, और सहकर्मियों को गहरे दुख में डुबो दिया है।
संजय कपूर की मृत्यु का कारण?
संजय कपूर की मृत्यु की खबर ने सभी को हैरान कर दिया। 12 जून 2025 को, लंदन के गार्ड्स पोलो क्लब में एक पोलो मैच के दौरान, संजय को अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई। शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा, लेकिन बाद में कुछ मीडिया हाउसेज ने दावा किया कि यह हादसा एक मधुमक्खी के डंक के कारण हुआ। न्यूज एजेंसी एएनआई ने बिजनेस कंसल्टेंट सुहेल सेठ के हवाले से बताया कि संजय ने गलती से एक मधुमक्खी निगल ली, जिसके डंक ने उनके गले में सूजन पैदा की, और इसके बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा। हालांकि, इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सोना कॉम्स्टार ने अपने बयान में केवल दिल के दौरे को मृत्यु का कारण बताया। इस घटना ने पोलो समुदाय को भी सदमे में डाल दिया, क्योंकि संजय एक उत्साही और समर्पित खिलाड़ी थे। वह अपनी पोलो टीम औरियस के पैट्रन थे और इस खेल को बढ़ावा देने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते थे। उनकी मृत्यु की खबर सुनते ही, उनके दोस्तों और सहकर्मियों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। सुहेल सेठ ने ट्वीट किया, “संजय कपूर के निधन से गहरा दुख हुआ। यह एक बड़ी क्षति है। उनके परिवार और सोना कॉम्स्टार के सहकर्मियों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।” यह हादसा न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक दुखद क्षण है।
संजय कपूर का करिश्मा कपूर के साथ रिश्ता?
संजय कपूर और करिश्मा कपूर की शादी 2003 में एक हाई-प्रोफाइल सिख विवाह समारोह में हुई थी, जो मुंबई में करिश्मा के पैतृक बंगले, कृष्णा राज, में आयोजित हुआ था। इस शादी ने उस समय काफी सुर्खियां बटोरी थीं, क्योंकि करिश्मा उस समय बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्रियों में से एक थीं, और संजय एक सफल उद्योगपति थे। इस जोड़े के दो बच्चे हैं—समायरा, जो 2005 में पैदा हुई, और कियान, जो 2011 में पैदा हुआ। हालांकि, उनकी शादी लंबे समय तक नहीं टिकी। 2010 में करिश्मा अपने बच्चों के साथ दिल्ली से मुंबई चली गईं, और 2014 में दोनों ने आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दी। तलाक की प्रक्रिया शुरू में जटिल हो गई थी, क्योंकि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर कई आरोप लगाए थे। अंततः 2016 में उनका तलाक फाइनल हुआ। तलाक के बाद, करिश्मा को बच्चों की कस्टडी मिली, जबकि संजय को मिलने का अधिकार दिया गया। तलाक के बावजूद, दोनों ने अपने बच्चों के लिए एक सौहार्दपूर्ण रिश्ता बनाए रखा। कई मौकों पर, जैसे बच्चों के जन्मदिन पर, उन्हें एक साथ देखा गया। 2023 में, संजय ने अपनी बेटी समायरा के 18वें जन्मदिन पर उनके साथ एक तस्वीर शेयर की थी, जो उनकी मृत्यु के बाद वायरल हो गई। करिश्मा के पिता, रणधीर कपूर, ने संजय के साथ अपनी बेटी की शादी का शुरू से विरोध किया था। एक इंटरव्यू में रणधीर ने संजय को “थर्ड-क्लास मैन” तक कह दिया था। फिर भी, करिश्मा और संजय ने अपने बच्चों के लिए हमेशा एक सकारात्मक रिश्ता बनाए रखने की कोशिश की।
संजय कपूर की अन्य शादियां और परिवार?
संजय कपूर की जिंदगी में तीन शादियां थीं, और उनके तीन बच्चे थे। उनकी पहली शादी 1996 में मशहूर फैशन डिजाइनर नंदिता मेहतानी से हुई थी, जो चार साल बाद 2000 में खत्म हो गई। इसके बाद, 2003 में उनकी शादी करिश्मा कपूर से हुई, जिसके बारे में हम पहले बात कर चुके हैं। 2014 में तलाक के बाद, संजय ने 2017 में मॉडल और पूर्व अभिनेत्री प्रिया सचदेव से शादी की। प्रिया और संजय का एक बेटा है, अजैरियस, जो 2018 में पैदा हुआ। प्रिया की पहली शादी से भी एक बेटी है, सफीरा चटवाल। संजय और प्रिया की मुलाकात न्यूयॉर्क में हुई थी, और पांच साल तक डेटिंग करने के बाद उन्होंने दिल्ली में एक निजी समारोह में शादी की। प्रिया ने संजय के निधन के बाद अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उनके ससुर अशोक सचदेव ने एनडीटीवी से बात करते हुए अंतिम संस्कार की योजना की पुष्टि की। संजय के परिवार में उनकी मां रानी कपूर और उनके बच्चे शामिल हैं। उनकी मृत्यु के बाद, उनके परिवार और दोस्तों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। संजय के बच्चों, विशेष रूप से समायरा और कियान, के लिए यह समय बेहद मुश्किल है। करिश्मा ने अपने बच्चों को इस दुखद समय में संभालने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। करीना, सैफ, और मलाइका जैसे करीबी लोग उनके साथ खड़े हैं, जो इस बात का सबूत है कि करिश्मा का परिवार इस कठिन समय में एकजुट है। संजय के तीसरे परिवार, यानी प्रिया और उनके बच्चों के लिए भी यह एक बड़ा झटका है।
कानूनी अड़चनें: शव को भारत लाने की चुनौतियां?
संजय कपूर के अमेरिकी नागरिक होने के कारण उनके शव को भारत लाने में कई कानूनी अड़चनें आ रही हैं। चूंकि उनकी मृत्यु यूके में हुई, इसलिए ब्रिटिश और अमेरिकी नियमों के तहत कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, संजय के ससुर अशोक सचदेव ने बताया कि पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया चल रही है, और कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद ही शव को भारत लाया जा सकेगा। यह प्रक्रिया इसलिए जटिल है क्योंकि संजय का पासपोर्ट अमेरिकी था, और उनकी मृत्यु विदेशी धरती पर हुई। अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत, किसी व्यक्ति के शव को एक देश से दूसरे देश में लाने के लिए कई तरह के दस्तावेज और मंजूरी की जरूरत होती है। इसमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, डेथ सर्टिफिकेट, और स्थानीय अधिकारियों की अनुमति शामिल है। इसके अलावा, अमेरिकी नागरिकता के कारण कुछ अतिरिक्त औपचारिकताएं भी पूरी करनी पड़ सकती हैं। इस प्रक्रिया में समय लग सकता है, जिसके कारण संजय का अंतिम संस्कार दिल्ली में होने के बावजूद देरी से हो सकता है। यह स्थिति उनके परिवार के लिए और भी दुखद है, क्योंकि वे इस मुश्किल समय में अपने प्रियजन को अंतिम विदाई देना चाहते हैं। संजय के दोस्त और सहकर्मी भी इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके। यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा और नागरिकता से जुड़े नियम कितने जटिल हो सकते हैं, खासकर ऐसी दुखद परिस्थितियों में।
संजय कपूर का आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट?
संजय कपूर की मृत्यु से कुछ घंटे पहले, उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया था, जो अब वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में उन्होंने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के पीड़ितों के लिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थीं। उन्होंने लिखा, “अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की भयानक खबर। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। इस मुश्किल घड़ी में उन्हें ताकत मिले। 🙏 #planecrash”। इस पोस्ट की विडंबना ने लोगों को और भी भावुक कर दिया, क्योंकि कुछ ही घंटों बाद संजय खुद एक दुखद हादसे का शिकार हो गए। इसके अलावा, उनकी मृत्यु से कुछ दिन पहले, उन्होंने एक प्रेरणादायक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें उन्होंने जिंदगी की छोटी-सी अवधि और साहसिक कदम उठाने की बात कही थी। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, “पृथ्वी पर आपका समय सीमित है। ‘क्या होगा’ को दार्शनिकों के लिए छोड़ दें और ‘क्यों नहीं’ में डुबकी लगाएं। प्रगति के लिए साहसिक फैसले चाहिए, न कि परफेक्ट परिस्थितियां। #MondayMotivation”। यह पोस्ट अब और भी मार्मिक लगती है, क्योंकि यह उनकी जिंदगी के प्रति उनके दृष्टिकोण को दर्शाती है। संजय हमेशा सकारात्मक सोच और जोखिम लेने के पक्षधर थे, और उनकी यह सोच उनके व्यवसाय और खेल के प्रति उनके जुनून में भी झलकती थी।
करिश्मा कपूर का परिवार और दोस्तों का समर्थन?
संजय कपूर के निधन की खबर मिलते ही, करिश्मा कपूर के परिवार और दोस्त उनके साथ खड़े हो गए। उनकी छोटी बहन करीना कपूर खान और जीजा सैफ अली खान ने देर रात करिश्मा के मुंबई स्थित घर पर जाकर उन्हें सांत्वना दी। इसके अलावा, मलाइका अरोड़ा और उनकी बहन अमृता अरोड़ा भी करिश्मा के घर पहुंचीं। पपराज़ी द्वारा शेयर किए गए वीडियोज में करीना और मलाइका को गंभीर और भावुक अवस्था में देखा गया। करीना ने अपने चेहरे को कैमरों से छिपाने की कोशिश की, जबकि मलाइका ने भी मीडिया से दूरी बनाए रखी। यह दृश्य इस बात का सबूत है कि करिश्मा का परिवार और दोस्त इस मुश्किल समय में उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। करिश्मा के लिए यह समय विशेष रूप से कठिन है, क्योंकि वह न केवल अपने पूर्व पति के निधन के दुख से गुजर रही हैं, बल्कि अपने बच्चों, समायरा और कियान, को भी इस नुकसान से उबरने में मदद कर रही हैं। संजय और करिश्मा भले ही तलाकशुदा थे, लेकिन उनके बीच बच्चों के लिए एक सौहार्दपूर्ण रिश्ता था। करीना और सैफ का तुरंत करिश्मा के पास पहुंचना इस बात को दर्शाता है कि कपूर परिवार में एकजुटता और प्यार कितना गहरा है। मलाइका और अमृता का साथ भी इस बात को रेखांकित करता है कि करिश्मा के दोस्त उनके लिए कितने महत्वपूर्ण हैं।
संजय कपूर की व्यावसायिक उपलब्धियां?
संजय कपूर ऑटोमोटिव उद्योग में एक बड़ा नाम थे। वह सोना कॉम्स्टार लिमिटेड के चेयरमैन थे, जो एक अग्रणी ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी कंपनी है। इस कंपनी की मार्केट वैल्यू लगभग 31,000 करोड़ रुपये है, और यह प्रेसिजन-फोर्ज्ड गियर्स और ड्राइवलाइन कंपोनेंट्स बनाने में विशेषज्ञता रखती है। संजय ने अपने पिता, सुरिंदर कपूर, की विरासत को आगे बढ़ाया, जिन्होंने सोना ग्रुप की स्थापना की थी। संजय ने कंपनी को वैश्विक स्तर पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के पूर्व अध्यक्ष और सीआईआई नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन भी रहे। इसके अलावा, वह उद्यमियों की वैश्विक संस्था, एंटरप्रेन्योर्स ऑर्गनाइजेशन, के पहले भारतीय ग्लोबल चेयरमैन थे। उनकी नेतृत्व क्षमता और नवाचार की सोच ने उन्हें उद्योग जगत में एक सम्मानित स्थान दिलाया। संजय का दृष्टिकोण हमेशा प्रगतिशील रहा, और उन्होंने अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी मृत्यु के बाद, सोना कॉम्स्टार ने एक बयान जारी कर कहा, “हमें अपने चेयरमैन और नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर संजय जे कपूर के असामयिक निधन का गहरा दुख है। वह 53 वर्ष के थे।” यह बयान उनके योगदान और प्रभाव को दर्शाता है। संजय की मृत्यु ने कॉरपोरेट जगत में एक बड़ा शून्य छोड़ दिया है, और उनके सहकर्मी और कर्मचारी उन्हें उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व के लिए हमेशा याद रखेंगे।
संजय कपूर का पोलो के प्रति जुनून?
संजय कपूर को पोलो का बहुत शौक था, और वह इस खेल को न केवल खेलते थे, बल्कि इसे बढ़ावा देने के लिए भी काम करते थे। वह अपनी पोलो टीम, औरियस, के पैट्रन थे और नियमित रूप से यूके के प्रतिष्ठित पोलो टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेते थे। उनकी दोस्ती प्रिंस विलियम जैसे प्रभावशाली लोगों के साथ थी, जो उनकी पोलो सर्कल में उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। संजय का मानना था कि पोलो को केवल अमीरों का खेल नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे आम लोगों तक पहुंचाना चाहिए। उनकी यह सोच उनके जुनून और सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाती थी। 12 जून को, जब वह गार्ड्स पोलो क्लब में एक मैच खेल रहे थे, तब यह दुखद हादसा हुआ। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, वह जयसाल सिंह की टीम सुजान के खिलाफ खेल रहे थे, जब उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और फिर दिल का दौरा पड़ा। यह हादसा न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे पोलो समुदाय के लिए एक बड़ा झटका है। संजय की मृत्यु ने इस खेल से जुड़े लोगों को गहरा दुख पहुंचाया है, और उनकी विरासत को हमेशा याद किया जाएगा।
निष्कर्ष: संजय कपूर की विरासत?
संजय कपूर का जीवन और उनकी मृत्यु दोनों ही हमें यह सिखाते हैं कि जिंदगी अनमोल है और इसे पूरे जुनून के साथ जीना चाहिए। वह एक सफल उद्योगपति, एक उत्साही पोलो खिलाड़ी, और एक समर्पित पिता थे। उनकी मृत्यु ने न केवल उनके परिवार, बल्कि कॉरपोरेट और पोलो समुदाय को भी गहरा दुख दिया है। उनके अंतिम संस्कार में देरी के बावजूद, उनके परिवार और दोस्त उनकी स्मृति को सम्मान देने के लिए एकजुट हैं। करिश्मा कपूर और उनके बच्चों के लिए यह समय बेहद कठिन है, लेकिन उनके परिवार और दोस्तों का साथ इस दुख को सहने में मदद कर रहा है। संजय की उपलब्धियां, चाहे वह व्यवसाय में हों या खेल में, हमेशा प्रेरणा देती रहेंगी। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में साहसिक कदम उठाना और अपने जुनून को जीना कितना महत्वपूर्ण है। हम संजय कपूर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनके परिवार को इस दुखद समय में ताकत मिले, यही कामना करते हैं।