ईद-उल-अज़हा, जिसे बकरीद भी कहते हैं, मुसलमानों का एक खास त्योहार है। यह पैगंबर इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है, जब उन्होंने अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे की कुर्बानी देने की तैयारी की थी। इस त्योहार की तारीख इस्लामी कैलेंडर के ज़ुल हिज्जा महीने की 10वीं तारीख को होती है, जो चाँद दिखने पर तय होती है। 2025 में, ज़ुल हिज्जा 1446 हिजरी का चाँद दुनिया भर में देखा जाएगा। भारत में लोग इस पल का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, सऊदी अरब, यूएई, अमेरिका, यूके और यूरोप में चाँद दिखने का समय अलग-अलग होगा। भारत में चाँद 28 मई 2025 को दिखने की उम्मीद है, और इसके आधार पर ईद 7 जून को मनाई जा सकती है। यह त्योहार कुर्बानी, दान और भाईचारे का संदेश देता है। लोग नए कपड़े पहनते हैं, नमाज़ अदा करते हैं और गरीबों को मांस बाँटते हैं। क्या आप जानना चाहते हैं कि भारत में बकरीद कब होगी और इसे कैसे मनाया जाएगा? चलिए, इस लेख में आपको सब कुछ आसान हिंदी में बताते हैं।
ज़ुल हिज्जा का चाँद: इसका महत्व क्या है?
ज़ुल हिज्जा इस्लामी कैलेंडर का 12वाँ महीना है और बहुत पवित्र माना जाता है। इस महीने में हज की रस्में होती हैं और ईद-उल-अज़हा मनाई जाती है। चाँद दिखने से इस महीने की शुरुआत होती है, और इसी के आधार पर ईद और हज की तारीखें तय होती हैं। गल्फ न्यूज़ के मुताबिक, सऊदी अरब में चाँद देखने की परंपरा को सुप्रीम कोर्ट संभालती है, और पूरी दुनिया इसकी ओर देखती है। भारत में भी चाँद देखने की परंपरा बहुत पुरानी है। यहाँ मून साइटिंग कमेटी चाँद देखकर तारीख का ऐलान करती है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 2025 में सऊदी अरब में चाँद 27 मई को दिख सकता है, जबकि भारत में 28 मई को। चाँद दिखने का यह पल मुसलमानों को एक साथ लाता है और त्योहार की खुशी को बढ़ाता है। यह परंपरा हमें समय की कीमत और एकजुटता सिखाती है। क्या आपको पता है कि चाँद दिखने से ईद की तारीख कैसे तय होती है? आइए, आगे जानते हैं।
सऊदी अरब में चाँद दिखना: कब होगा 2025 का ऐलान?
सऊदी अरब में चाँद दिखना पूरी दुनिया के लिए अहम है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, सऊदी अरब की सुप्रीम कोर्ट ने लोगों से 27 मई 2025 को चाँद देखने की अपील की है। यह ज़ुल क़ादा 1446 की 29वीं तारीख होगी। अगर चाँद दिख जाता है, तो ज़ुल हिज्जा 28 मई से शुरू होगा और ईद 6 जून को होगी। अगर नहीं दिखा, तो ईद 7 जून को मनाई जाएगी। सऊदी अरब में लोग नंगी आँखों या दूरबीन से चाँद देखते हैं और अपनी गवाही देते हैं। गल्फ न्यूज़ के अनुसार, यह परंपरा इस्लामी कैलेंडर का आधार है। भारत में भी सऊदी अरब की घोषणा का असर होता है, लेकिन यहाँ स्थानीय कमेटी भी चाँद देखती है। सऊदी अरब में चाँद दिखने के बाद हज और ईद की तैयारियाँ शुरू हो जाती हैं। यह पल हर मुसलमान के लिए खास होता है। क्या सऊदी अरब की तारीख भारत को प्रभावित करेगी? चलिए, अगले हिस्से में देखते हैं।
भारत में चाँद दिखना: बकरीद 2025 कब होगी?
भारत में ईद-उल-अज़हा की तारीख चाँद दिखने पर निर्भर करती है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 28 मई 2025 को भारत में चाँद दिखने की उम्मीद है। यह ज़ुल क़ादा की 29वीं तारीख होगी। अगर चाँद दिखा, तो ज़ुल हिज्जा 29 मई से शुरू होगा और ईद 7 जून को होगी। अगर नहीं दिखा, तो ईद 8 जून को मनाई जाएगी। इंडिया टीवी के मुताबिक, भारत में मून साइटिंग कमेटी अलग-अलग शहरों में चाँद देखती है। लोग मग़रिब की नमाज़ के बाद आसमान की ओर देखते हैं। X पर एक यूज़र ने लिखा कि भारत में चाँद दिखने के बाद ही ईद की तारीख पक्की होती है। यहाँ लोग इस पल को बहुत उत्साह से मनाते हैं। मस्जिदों से ऐलान होता है, और तैयारियाँ शुरू हो जाती हैं। क्या भारत और सऊदी अरब में ईद एक ही दिन होगी? इसका जवाब अगले हिस्सों में मिलेगा।
यूएई, अमेरिका, यूके में चाँद: दुनिया भर में तारीखें?
दुनिया भर के मुसलमान ईद के लिए चाँद का इंतज़ार करते हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, यूएई में चाँद 27 मई 2025 को दिखेगा, और ईद 6 जून को हो सकती है। अमेरिका और यूके में स्थानीय कमेटियाँ चाँद देखती हैं, लेकिन कई लोग सऊदी अरब की तारीख मानते हैं। गल्फ न्यूज़ के अनुसार, यूएई में ईद की छुट्टियाँ 5 से 8 जून तक हो सकती हैं। अमेरिका में ईद की तारीख 6 या 7 जून हो सकती है, जो स्थानीय चाँद पर निर्भर करेगी। यूके में भी यही हाल है। X पर एक पोस्ट में लिखा था कि यूएई और सऊदी अरब की तारीखें अक्सर एक होती हैं। भारत में लोग अपनी परंपरा के हिसाब से चाँद देखते हैं। क्या पूरी दुनिया में ईद एक ही दिन होगी? यह चाँद दिखने की परंपरा पर निर्भर करता है। आगे जानते हैं।
ईद-उल-अज़हा की परंपराएँ: कुर्बानी और दान?
ईद-उल-अज़हा कुर्बानी का त्योहार है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, लोग सुबह की नमाज़ के बाद बकरे, भेड़ या गाय की कुर्बानी करते हैं। मांस को तीन हिस्सों में बाँटा जाता है: एक परिवार के लिए, एक रिश्तेदारों के लिए और एक गरीबों के लिए। यह पैगंबर इब्राहिम की कुर्बानी की याद दिलाता है। गल्फ न्यूज़ के अनुसार, लोग नए कपड़े पहनते हैं और दावतें करते हैं। भारत में बकरीद पर सेवईं और बिरयानी बनती है। X पर एक यूज़र ने लिखा कि यह त्योहार भाईचारा बढ़ाता है। लोग गरीबों को दान देते हैं और खुशियाँ बाँटते हैं। यह त्योहार हमें सिखाता है कि दूसरों की मदद करना कितना जरूरी है। क्या आप इन परंपराओं के बारे में जानते हैं? आइए, आगे हज के बारे में बात करते हैं।
हज 2025: तारीखें और इसकी अहमियत?
हज इस्लाम का एक अहम हिस्सा है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, हज ज़ुल हिज्जा के 8वें से 12वें दिन होता है। 2025 में, अगर चाँद 27 मई को दिखा, तो हज 4 से 8 जून तक होगा। गल्फ न्यूज़ के अनुसार, हज में तवाफ़, सई और अराफ़ात की रस्में होती हैं। अराफ़ात का दिन (9वीं तारीख) सबसे खास होता है। भारत से हर साल लाखों लोग हज पर जाते हैं। X पर एक पोस्ट में लिखा था कि हज आध्यात्मिक सफर है। यह हमें अल्लाह के करीब लाता है। क्या आप हज की तैयारियाँ कर रहे हैं? आगे ईद की तारीखों की सूची देखते हैं।
ईद-उल-अज़हा 2025: देशों की तारीखें?
ईद की तारीखें देशों में अलग-अलग हो सकती हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, सऊदी अरब में ईद 6 जून को हो सकती है। भारत में 7 जून को। यूएई में भी 6 जून को। अमेरिका, यूके, पाकिस्तान और बांग्लादेश में तारीख चाँद पर निर्भर करेगी। गल्फ न्यूज़ के अनुसार, ओमान में छुट्टियाँ 5 से 9 जून तक होंगी। X पर लिखा था कि हर देश में ईद का जोश एक जैसा होता है। क्या आपके देश में ईद कब होगी? आगे चाँद देखने की परंपरा देखते हैं।
चाँद दिखने की परंपरा: कैसे होता है?
चाँद देखना इस्लाम की पुरानी परंपरा है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, लोग मग़रिब की नमाज़ के बाद चाँद देखते हैं। सऊदी अरब में सुप्रीम कोर्ट और भारत में मून साइटिंग कमेटी इसका ऐलान करती है। गल्फ न्यूज़ के अनुसार, दूरबीन और नंगी आँखों से चाँद देखा जाता है। X पर लिखा था कि यह परंपरा हमें एकजुट करती है। भारत में मस्जिदों से ऐलान होता है। क्या आप इस परंपरा को जानते हैं? आगे तैयारी की बात करते हैं।
ईद-उल-अज़हा 2025 की तैयारी: कैसे करें?
ईद की तैयारी चाँद दिखने के बाद शुरू होती है। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, लोग कपड़े, बकरे और मिठाइयाँ खरीदते हैं। कुर्बानी के बाद मांस बाँटा जाता है। गल्फ न्यूज़ के अनुसार, दावतें होती हैं। X पर लिखा था कि यह त्योहार दान का संदेश देता है। भारत में सेवईं और बिरयानी बनती है। क्या आप तैयार हैं?