26 मई 2025 को ANI News ने बताया कि Google का AI Mode, जो अमेरिका में लॉन्च हो चुका है, जल्द ही भारत में आएगा। यह सर्च इंजन का नया टैब है, जो ‘All’, ‘Images’, और ‘News’ से भी ऊपर दिखेगा। बॉलीवुड के टॉप PR एक्सपर्ट डेल भगवागर का कहना है कि यह AI Mode उन लोगों को फायदा देगा, जो स्मार्ट और क्रिएटिव कहानियां बनाते हैं। Take One Digital Network के मुताबिक, AI Mode सर्च रिजल्ट्स को ऑडियंस की पसंद के हिसाब से पर्सनलाइज करेगा, यानी कंटेंट क्रिएटर्स को डेटा-ड्रिवन स्टोरीज बनानी होंगी। Branding Bollywood ने बताया कि AI टूल्स PR में क्रांति ला रहे हैं, जैसे पर्सनलाइज्ड प्रेस रिलीज और डेटा-बेस्ड नैरेटिव्स। X पर @techiestreetin ने कहा कि AI Mode कंटेंट की क्वालिटी और रिलेवंस पर फोकस करेगा। EY Report के अनुसार, AI मीडिया इंडस्ट्री में 10% रेवेन्यू बढ़ा सकता है। डेल भगवागर, जो बॉलीवुड में अनजान टैलेंट्स को स्टार बनाते हैं, मानते हैं कि AI Mode PR और SEO को मिलाकर नया गेम शुरू करेगा। क्या आप इस AI क्रांति के लिए तैयार हैं? [Google AI Mode] पढ़ें।
AI Mode क्या है और यह कैसे काम करता है?
Google AI Mode सर्च इंजन का नया फीचर है, जो AI की मदद से यूजर्स को पर्सनलाइज्ड और सटीक रिजल्ट्स देता है। ANI News के मुताबिक, यह टैब सर्च इंटरफेस में सबसे ऊपर दिखता है, यानी यह Google की प्रायोरिटी है। Take One Digital Network ने बताया कि AI Mode यूजर की सर्च हिस्ट्री, इंटरेस्ट्स, और लोकेशन के आधार पर कंटेंट दिखाता है। उदाहरण के लिए, अगर आप बॉलीवुड न्यूज सर्च करते हैं, तो AI Mode आपके पसंदीदा स्टार्स की खबरें पहले दिखाएगा। Branding Bollywood के अनुसार, यह फीचर डेटा एनालिसिस और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करता है। X पर @mobi4arena ने कहा कि AI Mode सर्च रिजल्ट्स को ज्यादा रिलेवेंट और इंगेजिंग बनाएगा। Deloitte’s Tech Trends ने बताया कि AI डेटा शेयरिंग को आसान बनाता है, जिससे कंटेंट क्रिएटर्स को ऑडियंस की जरूरतें समझने में मदद मिलती है। डेल भगवागर का कहना है कि AI Mode में सक्सेस के लिए स्मार्ट स्टोरीटेलिंग जरूरी है। अगर आप मार्केटर या कंटेंट क्रिएटर हैं, तो यह आपके लिए गेम-चेंजर हो सकता है। क्या AI Mode सर्च को हमेशा के लिए बदल देगा?
स्टोरीटेलिंग में AI का रोल: क्या है नया?
AI Mode ने स्टोरीटेलिंग को नया आयाम दिया है। ANI News में डेल भगवागर ने कहा कि जो लोग क्रिएटिव और डेटा-बेस्ड कहानियां बनाएंगे, वे AI Mode में आगे रहेंगे। Branding Bollywood के मुताबिक, AI टूल्स अब पत्रकारों की रुचि और लेखन स्टाइल का एनालिसिस करके पर्सनलाइज्ड प्रेस रिलीज बनाते हैं। EY Report ने बताया कि AI हाइपर-टारगेटेड कंटेंट रिकमेन्डेशन्स देता है, जैसे OTT प्लेटफॉर्म्स पर रीजनल पसंद के आधार पर मूवीज सजेस्ट करना। X पर @techiestreetin ने कहा कि AI Mode में ऑथेंटिक और इंगेजिंग स्टोरीज को प्रायोरिटी मिलेगी। Take One Digital Network के अनुसार, AI Mode डेटा-ड्रिवन नैरेटिव्स को बढ़ावा देता है, जैसे बॉक्स ऑफिस डेटा या सोशल मीडिया ट्रेंड्स से स्टोरीज बनाना। डेल भगवागर, जो बॉलीवुड में PR के मास्टर हैं, मानते हैं कि AI Mode में सक्सेस के लिए आपको ऑडियंस की भावनाओं को डेटा के साथ जोड़ना होगा। अगर आप ब्लॉगर, मार्केटर, या PR प्रोफेशनल हैं, तो AI स्टोरीटेलिंग सीखना जरूरी है। क्या AI स्टोरीटेलिंग का भविष्य है? [AI स्टोरीटेलिंग]
PR और SEO का नया मेल: कैसे फायदा उठाएं?
Google AI Mode ने PR और SEO को एक साथ ला दिया है। ANI News में डेल भगवागर ने बताया कि AI Mode में PR स्ट्रैटेजी को SEO के साथ मिलाना होगा। Branding Bollywood के अनुसार, AI टूल्स अब डेटा-बेस्ड PR कैंपेन चलाते हैं, जैसे बॉलीवुड मूवीज के लिए ग्लोबल अपील वाली स्टोरीज बनाना। Take One Digital Network ने कहा कि AI Mode सर्च रिजल्ट्स में क्वालिटी कंटेंट को प्रायोरिटी देगा, यानी SEO में कीवर्ड्स के साथ-साथ ऑथेंटिक स्टोरीटेलिंग जरूरी होगी। X पर @mobi4arena ने बताया कि AI Mode में रैंकिंग के लिए ऑडियंस एंगेजमेंट और कंटेंट रिलेवंस बढ़ानी होगी। Deloitte’s Tech Trends के मुताबिक, AI डेटा शेयरिंग को स्मूथ करता है, जिससे PR टीमें ऑडियंस की पसंद जल्दी समझ सकती हैं। डेल भगवागर का कहना है कि PR प्रोफेशनल्स को AI टूल्स जैसे Google Analytics और NLP (Natural Language Processing) सीखने चाहिए। अगर आप ब्रांडिंग या मार्केटिंग में हैं, तो AI Mode आपके लिए नए मौके ला रहा है। क्या PR और SEO का यह मेल मार्केटिंग को बदल देगा?
डेटा-ड्रिवन नैरेटिव्स: क्यों जरूरी हैं?
AI Mode में डेटा-ड्रिवन नैरेटिव्स गेम-चेंजर हैं। Branding Bollywood ने बताया कि PR टीमें अब बॉक्स ऑफिस डेटा, सोशल मीडिया एंगेजमेंट, और न्यूज कवरेज का एनालिसिस करके स्टोरीज बनाती हैं। ANI News में डेल भगवागर ने कहा कि AI Mode डेटा-बेस्ड स्टोरीज को ज्यादा वैल्यू देगा। EY Report के अनुसार, AI डायनामिक एड इंसर्शन और प्राइसिंग स्ट्रैटेजी को ऑप्टिमाइज करता है, जिससे कंटेंट ज्यादा इफेक्टिव होता है। X पर @techiestreetin ने बताया कि डेटा-ड्रिवन स्टोरीज ऑडियंस को ज्यादा कनेक्ट करती हैं। Take One Digital Network के मुताबिक, AI Mode में सक्सेस के लिए आपको डेटा (जैसे यूजर बिहेवियर, सर्च ट्रेंड्स) को स्टोरीटेलिंग के साथ मिलाना होगा। उदाहरण के लिए, अगर आप बॉलीवुड मूवी प्रमोट कर रहे हैं, तो डेटा से पता चलेगा कि ऑडियंस को किस स्टार की स्टोरी ज्यादा पसंद है। डेल भगवागर का मानना है कि डेटा और क्रिएटिविटी का बैलेंस AI Mode में सक्सेस की चाबी है। क्या आप डेटा-ड्रिवन स्टोरीटेलिंग के लिए तैयार हैं? [डेटा-ड्रिवन नैरेटिव्स]
बॉलीवुड PR में AI Mode का असर: क्या बदलेगा?
बॉलीवुड में PR का खेल अब AI Mode के साथ बदल रहा है। ANI News में डेल भगवागर ने बताया कि AI Mode बॉलीवुड PR को ज्यादा स्ट्रैटेजिक और डेटा-ड्रिवन बनाएगा। Branding Bollywood के अनुसार, AI टूल्स अब पत्रकारों की पसंद और ऑडियंस के इंटरेस्ट्स का एनालिसिस करके कैंपेन बनाते हैं। Take One Digital Network ने कहा कि AI Mode में बॉलीवुड मूवीज की मार्केटिंग के लिए पर्सनलाइज्ड स्टोरीज जरूरी होंगी। X पर @mobi4arena ने बताया कि AI Mode में ऑथेंटिक और इमोशनल स्टोरीज को ज्यादा रीच मिलेगी। EY Report के मुताबिक, AI OTT प्लेटफॉर्म्स पर रीजनल कंटेंट को टारगेट करने में मदद करता है, जो बॉलीवुड के लिए बड़ा फायदा है। डेल भगवागर, जो बॉलीवुड में क्राइसिस मैनेजमेंट और ब्रांडिंग के मास्टर हैं, मानते हैं कि AI Mode में PR प्रोफेशनल्स को AI टूल्स और क्रिएटिव स्टोरीटेलिंग दोनों सीखने होंगे। अगर आप बॉलीवुड में मार्केटिंग करते हैं, तो AI Mode आपके लिए नया मौका है। क्या AI Mode बॉलीवुड PR को रीशेप करेगा?
AI Mode में रैंकिंग के लिए टिप्स: कैसे रहें आगे?
Google AI Mode में रैंकिंग के लिए स्मार्ट स्ट्रैटेजी चाहिए। ANI News में डेल भगवागर ने कहा कि AI Mode में क्वालिटी कंटेंट और ऑडियंस एंगेजमेंट सबसे जरूरी हैं। Take One Digital Network के अनुसार, आपको ऑथेंटिक, रिलेवेंट, और इंगेजिंग स्टोरीज बनानी होंगी। Branding Bollywood ने बताया कि AI टूल्स डेटा एनालिसिस करके बता सकते हैं कि ऑडियंस को क्या पसंद है। X पर @techiestreetin ने सुझाव दिया कि SEO में लॉन्ग-टेल कीवर्ड्स और यूजर इंटेंट पर फोकस करें। Deloitte’s Tech Trends के मुताबिक, AI यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाता है, यानी वेबसाइट की स्पीड और मोबाइल ऑप्टिमाइजेशन जरूरी है। डेल भगवागर का कहना है कि AI Mode में रैंकिंग के लिए आपको डेटा-ड्रिवन कंटेंट के साथ इमोशनल कनेक्शन बनाना होगा। उदाहरण के लिए, अगर आप ब्लॉग लिखते हैं, तो डेटा से टॉपिक चुनें और कहानी से ऑडियंस को जोड़ें। अगर आप मार्केटर हैं, तो AI Mode में रैंकिंग के लिए तैयार हो जाइए। क्या ये टिप्स आपको टॉप पर ले जाएंगे?
AI टूल्स जो स्टोरीटेलिंग को आसान बनाते हैं?
AI Mode में सक्सेस के लिए सही टूल्स जरूरी हैं। Branding Bollywood ने बताया कि AI टूल्स जैसे Google Analytics, BuzzSumo, और NLP सॉफ्टवेयर डेटा एनालिसिस और कंटेंट क्रिएशन में मदद करते हैं। ANI News में डेल भगवागर ने कहा कि ये टूल्स ऑडियंस की पसंद समझने में गेम-चेंजर हैं। EY Report के अनुसार, AI टूल्स डायनामिक एड इंसर्शन और कंटेंट रिकमेन्डेशन्स को ऑप्टिमाइज करते हैं। X पर @mobi4arena ने सुझाव दिया कि AI राइटिंग टूल्स जैसे Grammarly और Jasper स्टोरीटेलिंग को तेज और प्रोफेशनल बनाते हैं। Take One Digital Network के मुताबिक, AI टूल्स सोशल मीडिया ट्रेंड्स और यूजर बिहेवियर का एनालिसिस करके कंटेंट स्ट्रैटेजी बनाते हैं। उदाहरण के लिए, BuzzSumo से आप ट्रेंडिंग टॉपिक्स ढूंढ सकते हैं, और NLP से ऑडियंस की सेंटीमेंट समझ सकते हैं। डेल भगवागर का मानना है कि AI टूल्स PR और मार्केटिंग को ज्यादा प्रिसाइस बनाएंगे। अगर आप कंटेंट क्रिएटर हैं, तो इन टूल्स को आजमाएं। क्या AI टूल्स स्टोरीटेलिंग को आसान बनाएंगे?
AI Mode के चैलेंजेस: क्या हैं रुकावटें?
AI Mode के फायदों के साथ कुछ चैलेंजेस भी हैं। ANI News में डेल भगवागर ने बताया कि AI Mode में सक्सेस के लिए नई स्किल्स सीखनी होंगी।Branding Bollywood के अनुसार, AI टूल्स की हाई कॉस्ट और स्किल्ड प्रोफेशनल्स की कमी बड़ी रुकावटें हैं। EY Report ने कहा कि डेटा प्राइवेसी और एथिकल इश्यूज AI अडॉप्शन में चुनौती हैं। X पर @techiestreetin ने बताया कि छोटे बिजनेसेज के लिए AI टूल्स का इस्तेमाल मुश्किल हो सकता है। Deloitte’s Tech Trends के मुताबिक, AI इंटीग्रेशन के लिए डेटा गवर्नेंस और सिक्योरिटी जरूरी है। डेल भगवागर का कहना है कि PR प्रोफेशनल्स को AI टूल्स सीखने के साथ-साथ क्रिएटिविटी भी बनाए रखनी होगी। उदाहरण के लिए, अगर आप AI से कंटेंट बनाते हैं, तो उसे ह्यूमन टच देना जरूरी है। अगर आप मार्केटर या कंटेंट क्रिएटर हैं, तो इन चैलेंजेस को समझना जरूरी है। क्या आप AI Mode की चुनौतियों से निपट सकते हैं?
AI Mode का भविष्य: क्या होगा अगला कदम?
Google AI Mode डिजिटल वर्ल्ड का भविष्य बदल सकता है। ANI News में डेल भगवागर ने कहा कि AI Mode कंटेंट क्रिएशन और मार्केटिंग को ज्यादा पर्सनलाइज्ड और इफेक्टिव बनाएगा। Take One Digital Network के अनुसार, AI Mode भारत में डिजिटल मार्केटिंग को रीशेप करेगा। Branding Bollywood ने बताया कि प्रेडिक्टिव कंटेंट जेनरेशन और ऑटोमेटेड क्राइसिस रिस्पॉन्स जैसे फीचर्स भविष्य में PR को बदल देंगे। X पर @mobi4arena ने अनुमान लगाया कि AI Mode सर्च रिजल्ट्स को और स्मार्ट बनाएगा। EY Report के मुताबिक, भारत का AI इकोसिस्टम 2030 तक $17 बिलियन से ज्यादा का हो सकता है। Deloitte’s Tech Trends ने कहा कि AI डेटा-ड्रिवन डिसीजन मेकिंग को बढ़ावा देगा। डेल भगवागर का मानना है कि AI Mode में सक्सेस के लिए कंटेंट क्रिएटर्स को टेक्नोलॉजी और क्रिएटिविटी का बैलेंस रखना होगा। अगर आप डिजिटल मार्केटिंग या PR में हैं, तो AI Mode का भविष्य आपके लिए ढेर सारे मौके लाएगा। क्या AI Mode डिजिटल वर्ल्ड को रीशेप करेगा?