मोहम्मद सिनवार की हत्या: इजरायल-हमास युद्ध में नया मोड़?

WhatsApp
Telegram
Facebook
Twitter
LinkedIn
Hamas Gaza Chief Mohammad Sinwar Killed, Confirms Netanyahu Amid Ongoing Conflict

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 28 मई 2025 को घोषणा की कि हमास के गाजा प्रमुख मोहम्मद सिनवार को इजरायली सेना ने मार गिराया है। यह खबर तब आई, जब इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध अपने 20वें महीने में है। मोहम्मद सिनवार, हमास के पूर्व नेता याह्या सिनवार के छोटे भाई थे, जिन्हें इजरायल ने पिछले साल अक्टूबर में मार दिया था। नेतन्याहू ने अपने संसद (केनसेट) में बोलते हुए कहा, “हमने मोहम्मद देइफ, इस्माइल हानियाह, याह्या सिनवार और अब मोहम्मद सिनवार को खत्म कर दिया।” यह बयान इजरायल की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वह हमास के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बना रहा है।

मोहम्मद सिनवार को 13 मई को गाजा के खान यूनिस में यूरोपियन अस्पताल के नीचे एक सुरंग में इजरायली हवाई हमले में निशाना बनाया गया था। इस हमले में कई लोग मारे गए, लेकिन हमास ने अभी तक सिनवार की मौत की पुष्टि नहीं की है। नेतन्याहू का दावा है कि यह हमला हमास को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि सिनवार की मौत से युद्ध खत्म नहीं होगा, बल्कि यह और जटिल हो सकता है। यह लेख इस घटना के हर पहलू को सरल भाषा में समझाएगा, जिसमें सिनवार की भूमिका, इजरायल-हमास युद्ध का इतिहास, और इसके वैश्विक प्रभाव शामिल हैं।

मोहम्मद सिनवार कौन थे?

मोहम्मद सिनवार हमास के सबसे वरिष्ठ सैन्य कमांडरों में से एक थे। वह याह्या सिनवार के छोटे भाई थे, जिन्हें 7 अक्टूबर 2023 के हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। मोहम्मद का जन्म 1975 में गाजा के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था। उन्होंने हमास की स्थापना के बाद 1987 में संगठन में शामिल होकर अपनी सैन्य यात्रा शुरू की। 2005 तक वह खान यूनिस ब्रिगेड के प्रमुख बन गए थे। उनकी छवि एक गुप्त और चालाक रणनीतिकार की थी, जिसके कारण इजरायली अधिकारियों ने उन्हें “द शैडो” और “खान यूनिस का कसाई” जैसे नाम दिए।

मोहम्मद सिनवार ने 2006 में इजरायली सैनिक गिलाद शालित के अपहरण में अहम भूमिका निभाई थी, जिसके बाद 2011 में 1,027 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले शालित की रिहाई हुई थी। इस सौदे में उनके भाई याह्या सिनवार भी रिहा हुए थे। मोहम्मद ने हमास की सैन्य शाखा, इज्ज अद-दीन अल-कस्साम ब्रिगेड, में कई महत्वपूर्ण ऑपरेशनों की योजना बनाई। वह इजरायल की खुफिया एजेंसियों के लिए एक “भूत” की तरह थे, जो कई बार हत्या के प्रयासों से बच निकले। उनकी गुप्त जीवनशैली ऐसी थी कि वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुए। क्या उनकी मृत्यु हमास को कमजोर करेगी, या यह संगठन नए सिरे से संगठित होगा?

इजरायल-हमास युद्ध का पृष्ठभूमि?

इजरायल और हमास के बीच युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ, जब हमास के नेतृत्व में आतंकवादियों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला किया। इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे, और 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया। जवाब में, इजरायल ने गाजा पर बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया, जिसने इस क्षेत्र को तबाह कर दिया। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस युद्ध में 53,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा, 20 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनी विस्थापित हुए हैं।

इजरायल का कहना है कि उसका लक्ष्य हमास की सैन्य और शासकीय क्षमता को खत्म करना और बंधकों को रिहा कराना है। मार्च 2025 में दो महीने की नाजुक सीजफायर टूटने के बाद इजरायल ने अपनी सैन्य कार्रवाइयों को और तेज कर दिया। इस दौरान हमास के कई शीर्ष नेता, जैसे मोहम्मद देइफ, इस्माइल हानियाह, और याह्या सिनवार, मारे गए। मोहम्मद सिनवार की मृत्यु इस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें इजरायल हमास के नेतृत्व को निशाना बना रहा है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह रणनीति युद्ध को खत्म कर पाएगी, या यह और ज्यादा हिंसा को जन्म देगी?

नेतन्याहू का बयान: हमास पर “पूर्ण जीत” का दावा?

नेतन्याहू ने अपने केनसेट भाषण में दावा किया कि इजरायल ने हमास के खिलाफ “पूर्ण जीत” की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कहा, “पिछले दो दिनों में हमने हमास को पूरी तरह खत्म करने की दिशा में नाटकीय प्रगति की है।” उन्होंने मोहम्मद सिनवार के साथ-साथ अन्य हमास नेताओं, जैसे मोहम्मद देइफ और इस्माइल हानियाह, की हत्या का जिक्र किया। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि इजरायल अब गाजा में खाद्य वितरण पर नियंत्रण कर रहा है, जिसका संदर्भ एक नए अमेरिकी समर्थित सहायता वितरण सिस्टम से है।

हालांकि, नेतन्याहू के इस दावे पर कुछ सवाल उठ रहे हैं। इजरायली सेना ने अभी तक सिनवार की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, और हमास ने भी इस पर कोई बयान नहीं दिया। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि सिनवार की मृत्यु हमास के नेतृत्व में एक बड़ा शून्य पैदा कर सकती है, लेकिन यह युद्ध को खत्म करने के बजाय और जटिल बना सकती है। गाजा में पहले से ही भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है, और इजरायल के सैन्य अभियानों ने मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। क्या नेतन्याहू का यह दावा वाकई युद्ध के अंत की ओर इशारा करता है?

नेतन्याहू मोहम्मद सिनवार बयान

यूरोपियन अस्पताल पर हमला: विवाद का केंद्र?

मोहम्मद सिनवार को 13 मई 2025 को गाजा के खान यूनिस में यूरोपियन अस्पताल के नीचे एक सुरंग में निशाना बनाया गया। इजरायली सेना का कहना है कि इस सुरंग में हमास का एक कमांड सेंटर था। इस हमले में कम से कम 16 लोग मारे गए और 70 से ज्यादा घायल हुए, जैसा कि गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया। हमले के बाद अस्पताल के आसपास धुआं और तबाही का मंजर था। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों में ज्यादातर आम नागरिक थे, लेकिन इजरायल का दावा है कि उसने हमास के आतंकवादियों को निशाना बनाया।

इस हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में विवाद खड़ा कर दिया। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने इसे “भयावह” बताया और कहा कि इजरायल को नागरिकों की जान बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करना चाहिए। गाजा के एक डॉक्टर, सालेह अल-हम्स, ने कहा कि हमले ने अस्पताल में दहशत फैला दी। इजरायल ने पहले भी गाजा के अस्पतालों पर हमास के इस्तेमाल का आरोप लगाया है, जिसे कुछ फिलिस्तीनी और पूर्व बंधकों ने भी पुष्ट किया। लेकिन क्या यह हमला वाकई हमास को कमजोर करेगा, या यह गाजा में मानवीय संकट को और बढ़ाएगा?

हमास का नेतृत्व: शून्य और चुनौतियां?

मोहम्मद सिनवार की मृत्यु ने हमास के नेतृत्व में एक बड़ा शून्य पैदा कर दिया है। पिछले 20 महीनों में इजरायल ने हमास के कई शीर्ष नेताओं, जैसे मोहम्मद देइफ, इस्माइल हानियाह, और याह्या सिनवार, को मार गिराया है। मोहम्मद सिनवार को याह्या की मृत्यु के बाद गाजा में हमास का डे-फैक्टो नेता माना जाता था। वह संगठन की सैन्य शाखा का नेतृत्व कर रहे थे और बंधक सौदों पर अंतिम फैसला लेने की जिम्मेदारी उनके पास थी। उनकी मृत्यु से हमास के सामने नेतृत्व का संकट खड़ा हो गया है।

रॉयटर्स के अनुसार, मोहम्मद सिनवार के करीबी इज्ज अल-दीन हदद, जो उत्तरी गाजा में हमास की सैन्य शाखा के प्रमुख हैं, अब नेतृत्व संभाल सकते हैं। लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि हदद के पास सिनवार जैसी प्रतिष्ठा नहीं है। हमास का राजनीतिक नेतृत्व, जो दोहा में बैठा है, सैन्य नीतियों और सीजफायर वार्ताओं पर कितना प्रभाव डाल पाएगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि हमास इस नुकसान के बावजूद खुद को फिर से संगठित कर सकता है। क्या यह शून्य हमास को कमजोर करेगा, या यह संगठन को और उग्र बनाएगा?

गाजा में मानवीय संकट: भुखमरी और विस्थापन?

इजरायल-हमास युद्ध ने गाजा में एक गंभीर मानवीय संकट पैदा कर दिया है। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, युद्ध में 53,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, और 20 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। गाजा में भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है, और हाल ही में एक सहायता केंद्र पर भीड़ ने खाद्य सामग्री लूट ली। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल की सीमा बंदी ने सहायता वितरण को और मुश्किल बना दिया है। नेतन्याहू ने दावा किया कि इजरायल अब गाजा में खाद्य वितरण पर नियंत्रण कर रहा है, लेकिन इस नए सिस्टम की आलोचना हो रही है।

संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठनों ने इस अमेरिकी समर्थित वितरण सिस्टम का बहिष्कार किया है, क्योंकि यह संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों के खिलाफ है। गाजा में एक सहायता केंद्र पर गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति की मौत और 48 लोग घायल हुए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है। फिलिस्तीनी राजदूत रियाह मंसूर ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि बच्चे भुखमरी से मर रहे हैं। इस संकट ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचा है, लेकिन क्या कोई समाधान निकल पाएगा?

नेतन्याहू हमास पर जीत दावा

इजरायल की रणनीति: हमास को खत्म करने का लक्ष्य?

इजरायल की रणनीति हमास की सैन्य और शासकीय क्षमता को पूरी तरह खत्म करने पर केंद्रित है। नेतन्याहू ने बार-बार कहा है कि वह युद्ध तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमास पूरी तरह नष्ट नहीं हो जाता और सभी बंधक रिहा नहीं हो जाते। मोहम्मद सिनवार की मृत्यु इस रणनीति का हिस्सा है। इजरायल ने पिछले 20 महीनों में हमास के कई शीर्ष नेताओं को निशाना बनाया है, जिसमें मोहम्मद देइफ, इस्माइल हानियाह, और याह्या सिनवार शामिल हैं। इजरायल का कहना है कि ये हत्याएं हमास को कमजोर कर रही हैं।

लेकिन कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह रणनीति उल्टी पड़ सकती है। हमास के नेतृत्व को खत्म करने से संगठन कमजोर हो सकता है, लेकिन यह गाजा में और ज्यादा हिंसा और अस्थिरता को जन्म दे सकता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, मोहम्मद सिनवार और इज्ज अल-दीन हदद गाजा में हमास की सैन्य गतिविधियों को फिर से संगठित करने में जुटे थे। इजरायल के सैन्य अभियानों ने गाजा में भारी तबाही मचाई है, जिससे वहां के लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है। क्या इजरायल की यह रणनीति वाकई हमास को खत्म कर पाएगी?

बंधक संकट: क्या सिनवार की मृत्यु से रिहाई संभव है?

7 अक्टूबर 2023 के हमले में हमास ने लगभग 250 लोगों को बंधक बनाया था, जिनमें से 58 अभी भी गाजा में हैं। नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल युद्ध तब तक जारी रखेगा, जब तक सभी बंधक रिहा नहीं हो जाते। मोहम्मद सिनवार की मृत्यु इस संकट को और जटिल बना सकती है, क्योंकि वह बंधक सौदों पर अंतिम फैसला लेने वाले प्रमुख व्यक्ति थे। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि उनकी मृत्यु से सीजफायर और बंधक रिहाई की बातचीत और मुश्किल हो सकती है।

अमेरिका और अरब देश सीजफायर और बंधक रिहाई के लिए नए प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। लेकिन हमास के नेतृत्व में शून्य होने से यह प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। इजरायल के बंधक और लापता परिवार फोरम ने नेतन्याहू से कहा है कि सिनवार की मृत्यु का इस्तेमाल बंधकों की रिहाई के लिए किया जाए। नेतन्याहू ने कहा कि जो भी बंधकों को रिहा करेगा, उसे सुरक्षित जाने दिया जाएगा। लेकिन गाजा में बढ़ते मानवीय संकट और हमास की सैन्य ताकत के पुनर्गठन के प्रयासों के बीच, क्या यह संभव है?

वैश्विक प्रतिक्रिया: युद्ध और मानवीय संकट पर चिंता?

मोहम्मद सिनवार की मृत्यु और गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मानवीय संकट को “भयावह” बताया है और इजरायल से नागरिकों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करने को कहा है। यूरोपियन यूनियन की शीर्ष राजनयिक काजा कैलास ने नए सहायता वितरण सिस्टम की आलोचना की है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र को दरकिनार किया गया है। अमेरिका ने भी इजरायल से गाजा में सहायता बढ़ाने की मांग की है।

फिलिस्तीनी राजदूत रियाह मंसूर ने संयुक्त राष्ट्र में गाजा के लोगों की पीड़ा को बयां करते हुए कहा कि बच्चे भुखमरी से मर रहे हैं। इस बीच, इजरायल के सैन्य अभियानों ने गाजा में तबाही मचा दी है, जिससे वहां के लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि सिनवार की मृत्यु हमास को कमजोर कर सकती है, लेकिन यह गाजा में और ज्यादा हिंसा को भी जन्म दे सकती है। क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संकट का कोई समाधान निकाल पाएगा?

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. मोहम्मद सिनवार की मृत्यु की पुष्टि किसने की?
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 28 मई 2025 को केनसेट में मोहम्मद सिनवार की मृत्यु की घोषणा की, लेकिन हमास ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।

2. मोहम्मद सिनवार को कहां निशाना बनाया गया?
उन्हें 13 मई 2025 को गाजा के खान यूनिस में यूरोपियन अस्पताल के नीचे एक सुरंग में इजरायली हवाई हमले में निशाना बनाया गया।

3. इजरायल-हमास युद्ध का मुख्य कारण क्या है?
युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले से शुरू हुआ, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 250 बंधक बनाए गए।

4. क्या सिनवार की मृत्यु से युद्ध खत्म होगा?
विश्लेषकों का मानना है कि सिनवार की मृत्यु हमास को कमजोर कर सकती है, लेकिन युद्ध को खत्म करने के बजाय यह और जटिल हो सकता है।

निष्कर्ष?

मोहम्मद सिनवार की मृत्यु ने इजरायल-हमास युद्ध में एक नया मोड़ ला दिया है। इजरायल का दावा है कि यह हमास को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, लेकिन गाजा में मानवीय संकट और हमास के पुनर्गठन के प्रयास इसे और जटिल बना रहे हैं। नेतन्याहू की रणनीति हमास के नेतृत्व को निशाना बनाने पर केंद्रित है, लेकिन यह रणनीति गाजा में और ज्यादा हिंसा और अस्थिरता को जन्म दे सकती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाजा के मानवीय संकट को लेकर चिंतित है, और बंधक संकट का समाधान अभी भी दूर दिखता है। क्या यह युद्ध जल्द खत्म होगा, या यह और लंबा खिंचेगा? यह समय ही बताएगा।

lucky  के बारे में
For Feedback - uchiamadara0000001@gmail.com