सुनो तो, भारत-पाक तनाव ने अब सारी हदें पार कर दी हैं! भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को धूल चटा दी, तो पाकिस्तान बौखला गया। 7 मई 2025 को उसने भारतीय कश्मीर में नागरिकों पर गोले बरसाए, जिसमें पूंछ में 16 लोग और एक सैनिक मर गए। ऊपर से पाकिस्तान स्टॉक मार्केट क्रैश हो गया, KSE-100 7,000 अंक धड़ाम से गिरा, और वहाँ हाहाकार मच गया। अमेरिका ने भी पाकिस्तान को लताड़ा, कहा—“आतंकवाद का समर्थन बंद करो!” हमारे यहाँ लोग कह रहे हैं, “पाकिस्तान की नाक कट गई, लेकिन हमारे गाँवों में भी मातम छा गया!” तो चलो, इस कहानी को शुरू से समझते हैं, जैसे ढाबे पर चाय के साथ गप्पें मार रहे हों।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का करारा जवाब
सब कुछ शुरू हुआ 22 अप्रैल 2025 को, जब पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में आतंकियों ने 26 लोगों को मार डाला, ज्यादातर टूरिस्ट थे। भारत ने इसे बर्दाश्त नहीं किया। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने 25 मिनट में पाकिस्तान और PoK के 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें दागीं। लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कैंप तबाह, 100 से ज़्यादा आतंकी ढेर
- क्या हुआ?: भारत ने मुरिदके और बहावलपुर जैसे ठिकानों को निशाना बनाया, बिना पाकिस्तानी सेना को छूए। रक्षा मंत्रालय ने कहा, “हमने सिर्फ आतंकी ढांचे को नष्ट किया।”
- पाकिस्तान का दावा: उसने कहा कि भारत के हमलों में 31 लोग मरे, जिसमें बहावलपुर के एक मस्जिद में 13 लोग शामिल थे। लेकिन भारत ने कहा, “हमने कोई नागरिक ठिकाना नहीं मारा।”
मेरे मामा जी कह रहे थे, “2019 में बालाकोट स्ट्राइक की तरह भारत ने फिर पाकिस्तान को सबक सिखाया, लेकिन इस बार स्केल और बड़ा था!”
पाकिस्तान की बौखलाहट: नागरिकों पर हमला
ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान के हाथ-पाँव फूल गए। उसने LoC पर पूंछ, भिंबर गली, और अन्य इलाकों में गोले बरसाए, जिसमें 16 नागरिक और एक सैनिक मरे। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने 5 भारतीय जेट और 25 ड्रोन मार गिराए। भारत ने इन दावों को खारिज किया।
- क्यों मारे नागरिक?: पाकिस्तान ने जानबूझकर भारतीय गाँवों को निशाना बनाया। पूंछ में 10 लोग मारे गए, 48 घायल। जम्मू में ड्रोन हमलों की कोशिश नाकाम रही।
- पाकिस्तान का बहाना: उसने कहा, “भारत ने पहले हमला किया, हम जवाब दे रहे हैं।” लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि पाकिस्तान आतंकियों को बचाने के लिए नागरिकों को ढाल बना रहा है।
- दुनिया की नाराज़गी: अमेरिका ने कहा, “पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद करे।” UN और चीन ने दोनों देशों से शांति की अपील की।
मेरे एक दोस्त ने बताया, “पूंछ में लोग डर के मारे घर छोड़कर भाग रहे हैं। ये क्या हो रहा है, भाई?”
पाकिस्तान स्टॉक मार्केट: भगदड़ और तबाही
पाकिस्तान स्टॉक मार्केट क्रैश ने वहाँ की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी। KSE-100 इंडेक्स 6,272 अंक (6%) गिरकर 107,296.64 पर आ गया, और बाद में 7,000 अंकों से ज़्यादा लुढ़का। ट्रेडिंग 45 मिनट के लिए ठप हो गई।
- क्यों हुआ क्रैश?: ऑपरेशन सिंदूर, भारत के कदम (सिंधु जल संधि निलंबन, वाघा बॉर्डर बंद), और अमेरिका की चेतावनी ने निवेशकों में खौफ पैदा किया।
- पहले से थी मुसीबत: पाकिस्तान की GDP $348.72 बिलियन, महंगाई 37.8%, और विदेशी मुद्रा भंडार $16.04 बिलियन। IMF का $7 बिलियन बेलआउट भी डगमगा रहा है।
- निवेशक भागे: विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी KSE में 28.7% से घटकर 3.2% रह गई। लोकल निवेशक भी शेयर बेच रहे हैं।
पाकिस्तान के एक रिश्तेदार ने कहा, “यहाँ राशन 35% महंगा हो गया, और लोग डर रहे हैं कि अब क्या होगा!”
भारत का बाज़ार: झटका, फिर संभला
भारत को भी झटका लगा। सेंसेक्स गिरावट में सुबह 692 अंक लुढ़का, और रुपया 84.70 तक फिसल गया। लेकिन दोपहर तक सेंसेक्स हरे निशान में बंद हुआ।
- क्यों हिला?: ऑपरेशन सिंदूर और तनाव ने शुरुआती डर पैदा किया। विदेशी निवेशकों ने कुछ शेयर बेचे, और रुपये पर दबाव बढ़ा।
- क्यों संभला?: भारत की $4.2 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था और $686.2 बिलियन भंडार मज़बूत हैं। FII ने 14 सत्रों में 43,940 करोड़ रुपये का निवेश किया।
- रुपये का असर: रुपये की कमज़ोरी ने आयात को महंगा किया, लेकिन निर्यातकों को फायदा हुआ।
हमारे यहाँ लोग कहते हैं, “हमारा बाज़ार तो शेर है, गिरता है, लेकिन फिर दहाड़ मारता है!”
दुनिया की नज़रें: अमेरिका की चेतावनी
भारत-पाक तनाव ने दुनिया को हिलाकर रख दिया। अमेरिका ने 8 मई को कहा, “पाकिस्तान लश्कर और जैश को पनाह देता है, ये बंद करो!” उसने अपने नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने को कहा।
- अमेरिका का रुख: प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “हम भारत के आतंकवाद-विरोधी रुख के साथ हैं।” विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दोनों देशों से शांति की अपील की।
- भारत के कदम: भारत ने पाकिस्तानी आयात ($304.93 मिलियन, 2024) बैन किया, वाघा बॉर्डर बंद किया, और SAARC वीजा छूट खत्म की।
- पाकिस्तान की धमकी: उसने सिमला समझौता तोड़ने और जंग की धमकी दी। हवाई क्षेत्र बंद होने से फ्लाइट्स रद्द हुईं।
मेरे पड़ोसी ने कहा, “पाकिस्तान की हालत सांप-छछूंदर वाली हो गई—न उगले बन रहा, न निगले!”
अब आगे क्या? जंग या शांति?
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है, और भारत मज़बूती से खड़ा है। लेकिन सवाल ये है—क्या होगा आगे?
- पाकिस्तान: अगर तनाव कम हुआ और IMF की किश्त मिली, तो KSE-100 संभल सकता है। लेकिन इमरान खान की गिरफ्तारी और महंगाई रास्ते में रोड़ा हैं।
- भारत: सेंसेक्स स्थिर रहेगा, लेकिन रुपये और वैश्विक बाज़ार पर नज़र रखनी होगी। विश्लेषक माइकल कुजलमैन कहते हैं, “भारत का आत्मविश्वास तनाव में भी कायम है।”
- दुनिया की कोशिश: ट्रंप ने कहा, “मैं दोनों देशों की मदद कर सकता हूँ।” लेकिन दोनों देशों की ज़िद शांति की राह में मुश्किल है।
हमारे यहाँ कहावत है, “जब तक साँस, तब तक आस।” लेकिन पाकिस्तान की साँस कितनी बाकी है, ये वक्त बताएगा।
अंत में: गुस्सा और सबक
भारत-पाक तनाव और पाकिस्तान स्टॉक मार्केट क्रैश ने दिखा दिया कि आतंकवाद की राह कितनी खतरनाक है। पाकिस्तान ने नागरिकों को निशाना बनाकर अपनी कमज़ोरी दिखाई, जबकि भारत ने ताकत। लेकिन पूंछ में 16 परिवारों का मातम हमें याद दिलाता है कि जंग की कीमत कितनी भारी है। सवाल ये है—क्या पाकिस्तान सबक लेगा, या और गहरे संकट में डूबेगा? तुम क्या सोचते हो? क्या ये तनाव जंग की तरफ जाएगा, या शांति की राह मिलेगी? कमेंट्स में अपनी राय बताओ, और इस खबर को शेयर करो। ऐसी कहानियाँ हमें दुनिया के खेल को समझने में मदद करती हैं