ज्योति मल्होत्रा जासूसी केस: यूट्यूबर की गिरफ्तारी से चौंकाने वाले खुलासे

WhatsApp
Telegram
Facebook
Twitter
LinkedIn
YouTuber Jyoti Malhotra Arrested for Spying for Pakistan, Sent to 14-Day Custody

क्या आपने सुना? हरियाणा की मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को 16 मई, 2025 को गिरफ्तार किया गया, और अब उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। 33 साल की ज्योति, जो अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ से 3.77 लाख सब्सक्राइबर्स के बीच पॉपुलर हैं, पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है। हिसार पुलिस ने उनके तीन फोन से 12 टेराबाइट डेटा बरामद किया, जिसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स के साथ चैट्स मिले। हालांकि, अभी तक कोई सैन्य जानकारी लीक होने का सबूत नहीं मिला, लेकिन ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान जासूसी केस ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। उनकी गिरफ्तारी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हिस्सा है, जिसमें पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश से 12 लोग पकड़े गए। इस लेख में, हम आपको ज्योति मल्होत्रा यूट्यूबर गिरफ्तार 2025 की पूरी कहानी, उनके पाकिस्तान कनेक्शन, और डिजिटल सिक्योरिटी टिप्स आसान हिंदी में बताएंगे। अगर आप इस चौंकाने वाले केस को समझना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। आइए, शुरू करें और देखें कि कैसे एक ट्रैवल व्लॉगर राष्ट्रीय सुरक्षा के रडार पर आ गई।

ज्योति मल्होत्रा कौन हैं? एक ट्रैवल व्लॉगर की कहानी?

ज्योति मल्होत्रा हिसार, हरियाणा की 33 साल की ट्रैवल व्लॉगर हैं, जिनका यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ 3.77 लाख सब्सक्राइबर्स और इंस्टाग्राम पर 1.33 लाख फॉलोअर्स के साथ मशहूर है। 2019 में मनाली ट्रिप से शुरू हुआ उनका व्लॉगिंग करियर भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, और थाईलैंड जैसे देशों की ट्रैवल वीडियोज से चमका। ज्योति मल्होत्रा ट्रैवल विद जो यूट्यूब पर उनके वीडियोज में ट्रेन रूट्स, खाने, और ट्रैवल टिप्स दिखते हैं। मार्च 2024 में उनका एक वीडियो, जिसमें वे पाकिस्तान हाई कमीशन की इफ्तार पार्टी में गईं, 4.23 लाख व्यूज बटोर चुका है। इस वीडियो में वे डैनिश (पाकिस्तानी अधिकारी) के साथ बातचीत करती दिखीं, जो बाद में जासूसी के लिए भारत से निष्कासित हुआ। ज्योति के पिता हरिस मल्होत्रा, एक रिटायर्ड कारपेंटर, कहते हैं कि उन्हें बेटी की कमाई का पता नहीं था। ज्योति ने UAE की ट्रैवल कंपनी Wego से स्पॉन्सरशिप ली, जो पाकिस्तान में भी ऑपरेट करती है। उनकी गिरफ्तारी ने उनके फैंस को हैरान कर दिया, क्योंकि वे खुद को ‘सांस्कृतिक दूत’ कहती थीं। यह केस दिखाता है कि सोशल मीडिया की चमक के पीछे क्या छिप सकता है।

ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी: क्या है पूरा मामला?

ज्योति मल्होत्रा को 16 मई, 2025 को हिसार के न्यू अग्रसैन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया। उन पर ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धारा 3 और 5, और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 (राष्ट्र की एकता और संप्रभुता को खतरा) के तहत केस दर्ज हुआ। पुलिस का दावा है कि ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स के संपर्क में थीं, खासकर डैनिश (एहसान-उर-रहीम) के साथ, जो पाकिस्तान हाई कमीशन में काम करता था। डैनिश को मई 2023 में जासूसी के लिए भारत से निकाला गया। ज्योति ने 2021 से 2023 तक तीन बार पाकिस्तान की यात्रा की, जहां उन्होंने खुफिया एजेंट्स से मुलाकात की। उनकी इफ्तार पार्टी वीडियो में डैनिश के साथ उनकी नजदीकी साफ दिखती है। हिसार पुलिस ने उनके तीन फोन और एक लैपटॉप से 12 टेराबाइट डेटा बरामद किया, जिसमें चार पाकिस्तानी एजेंट्स के साथ चैट्स और संदिग्ध मनी ट्रेल्स मिले। ज्योति मल्होत्रा 14 दिन की हिरासत में हैं, और NIA, IB, और मिलिट्री इंटेलिजेंस उनसे पूछताछ कर रहे हैं। यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हिस्सा है, जिसमें 12 लोग पकड़े गए।

पाकिस्तान हाई कमीशन कनेक्शन: इफ्तार वीडियो का राज?

ज्योति मल्होत्रा का मार्च 2024 का इफ्तार पार्टी वीडियो इस केस का टर्निंग पॉइंट है। इस 15 मिनट के वीडियो में ज्योति पाकिस्तान हाई कमीशन, दिल्ली में इफ्तार पार्टी में डैनिश के साथ दिखती हैं। वे कहती हैं, “मैं बहुत एक्साइटेड हूं। ये डेकोरेशन शानदार है।” डैनिश उन्हें मेहमानों से मिलवाता है और पाकिस्तान डे (23 मार्च) की बात करता है। ज्योति बार-बार कहती हैं, “मैं पाकिस्तान जाना चाहती हूं, वीजा मिल जाए।” यह वीडियो 4.23 लाख बार देखा गया, लेकिन अब जांच का सबूत बन गया। पुलिस का कहना है कि ज्योति मल्होत्रा ने 2022 से डैनिश के साथ संपर्क शुरू किया, जो उनके हैंडलर थे। डैनिश ने उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स से मिलवाया। ज्योति ने पाकिस्तान की तीन यात्राओं में वीजा और ठहरने की सुविधा ली। एक स्कॉटिश यूट्यूबर ने बताया कि लाहौर के अनारकली बाजार में ज्योति को छह AK-47 गार्ड्स की सुरक्षा मिली थी, जो उनके VIP ट्रीटमेंट को दिखाता है। ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान हाई कमीशन इफ्तार वीडियो ने उनके इरादों पर सवाल उठाए हैं।

ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान जासूसी केस

फॉरेंसिक जांच: 12 टेराबाइट डेटा ने क्या खोला?

ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद, हिसार पुलिस ने उनके तीन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा। 26 मई, 2025 को आई रिपोर्ट में 12 टेराबाइट डेटा बरामद हुआ, जिसमें चार पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स के साथ चैट्स, कॉल लॉग्स, और संदिग्ध मनी ट्रेल्स मिले। ज्योति मल्होत्रा फॉरेंसिक जांच 2025 ने उनके 70 पाकिस्तानी कॉन्टैक्ट्स का खुलासा किया, जिनमें कुछ नाम बदले हुए थे। पुलिस उनके चार बैंक खातों की भी जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई बड़ा वित्तीय लेनदेन नहीं मिला। ABP न्यूज ने दावा किया कि ज्योति ने ट्रेन रूट वीडियोज से संवेदनशील जानकारी दी, लेकिन हिसार पुलिस ने साफ किया कि कोई सैन्य डेटा लीक नहीं हुआ। ज्योति ने पूछताछ में डैनिश और अन्य एजेंट्स के साथ संपर्क कबूला। NIA, IB, और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने उनसे सवाल किए। यह डेटा जांच की दिशा तय करेगा। ज्योति मल्होत्रा 12 टीबी डेटा रिकवरी ने केस को और गंभीर बना दिया है। क्या और राज खुलेंगे? यह देखना बाकी है।

महाकाल मंदिर जांच: क्या मिला सबूत?

24 मई, 2025 को मध्य प्रदेश पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा से उज्जैन के महाकाल मंदिर यात्रा को लेकर पूछताछ की। ज्योति ने 2024 में इस मंदिर का दौरा किया था, जिसके बाद संदेह हुआ कि उन्होंने वहां की कोई संवेदनशील जानकारी साझा की हो। हालांकि, पुलिस ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा महाकाल मंदिर जांच में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। यह जांच इसलिए हुई क्योंकि ज्योति ने कई संवेदनशील जगहों जैसे पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) की यात्रा की थी, जहां 2025 में आतंकी हमला हुआ। पुलिस ने उनके ट्रैवल वीडियोज की स्क्रूटनी की, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला। ज्योति के पिता ने कहा, “वह वीडियोज के लिए यात्रा करती थी।” फिर भी, जांच एजेंसियां उनके ट्रैवल हिस्ट्री को खंगाल रही हैं, जिसमें पाकिस्तान, इंडोनेशिया, और चीन की यात्राएं शामिल हैं। यह जांच ज्योति मल्होत्रा पंजाब हरियाणा स्पाई रिंग का हिस्सा है, जिसमें 12 लोग शामिल हैं। यह केस दिखाता है कि सोशल मीडिया प्रभावशाली लोगों की गतिविधियां कितनी नजदीकी से देखी जा रही हैं।

पाकिस्तान यात्रा: तीन बार क्यों गईं ज्योति?

ज्योति मल्होत्रा ने 2021 से 2023 तक तीन बार पाकिस्तान की यात्रा की, जो अब जांच के केंद्र में है। उनकी पहली यात्रा 2021 में थी, जब उन्होंने लाहौर और कराची के वीडियोज बनाए। 2023 में वे डैनिश से मिलीं, जिन्होंने उनकी वीजा और ठहरने की व्यवस्था की। ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान यात्रा 2023 में उन्हें VIP ट्रीटमेंट मिला, जिसमें लाहौर के अनारकली बाजार में छह AK-47 गार्ड्स की सुरक्षा शामिल थी। एक स्कॉटिश यूट्यूबर ने इसे देखकर हैरानी जताई। ज्योति ने पूछताछ में कबूला कि उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स से मुलाकात की और “एंटी-नेशनल” जानकारी साझा की। उनके वीडियोज में लाहौर को “पाकिस्तान का सांस्कृतिक दिल” कहा गया, जो अब संदेह के घेरे में है। पुलिस उनकी UAE स्पॉन्सर Wego की भी जांच कर रही है, जो पाकिस्तान में ऑपरेट करती है। ज्योति के पिता का कहना है कि उन्हें यात्राओं की इजाजत थी। फिर भी, ज्योति मल्होत्रा एनआईए जांच 2025 में इन यात्राओं का मकसद खंगाला जा रहा है। क्या ये सिर्फ व्लॉगिंग थीं या कुछ और?

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा गिरफ्तार 2025

ऑपरेशन सिंदूर: 12 लोगों का जासूसी नेटवर्क?

ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हिस्सा है, जिसमें पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश से 12 लोग जासूसी के आरोप में पकड़े गए। दूसरा बड़ा नाम है शहजाद, एक रबपूर (यू. पी.) का बिजनेसमैन, जिसे 19 मई, 2025 को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया। शहजाद पर ISI के लिए भर्ती और तस्करी का आरोप है।। पुलिस का मानना है कि यह एक बड़ा पाकिस्तान से जुड़ा जासूसी नेटवर्क है, जो उत्तर भारत में सक्रिय है।। ज्योति मल्होत्रा पंजाब हरियाणा स्पाई रिंग में शामिल थीं, और उनके डैनिश के साथ संपर्क इसकी कड़ी हैं।। जांच में पता चला कि शहजाद ने यूपी के लोगों को पाकिस्तान भेजने में मदद की, जहां उन्हें खुफिया काम के लिए तैयार किया गया।। ज्योति के 70 पाकिस्तानी कॉन्टैक्ट्स और वक्चट्स एप्स से इस नेटवर्क की गहराई का अंदाजा लगता है।। NIA और IB इस पूरे रैकेट को तोड़ने में जुटी हैं।। यह केस दिखाता है कि जासूसी अब सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं, बल्कि सोशल मीडिया तक फैल चुकी है।।

 डिजिटल सिक्योरिटी: ज्योति केस से क्या सीखें?

ज्योति मल्होत्रा का केस हमें डिजिटल सिक्योरिटी की अहमियत सिखाता है। उनकी गिरफ्तारी दिखाती है कि सोशल मीडिया पर हर कदम निगरानी में हो सकता है। ज्योति मल्होत्रा डिजिटल सिक्योरिटी टिप्स के लिए, कुछ बातें ध्यान रखें: हमेशा अनजान लोगों से ऑनलाइन संपर्क में सावधानी बरतें, खासकर विदेशी एजेंट्स से। अपने फोन और लैपटॉप में सिक्योर पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन यूज करें। संवेदनशील जानकारी, जैसे ट्रेन रूट्स या सरकारी जगहों की वीडियोज, शेयर करने से बचें। अगर आप यूट्यूबर हैं, तो स्पॉन्सरशिप्स की बैकग्राउंड चेक करें। ज्योति की Wego जैसी स्पॉन्सरशिप अब जांच के दायरे में है। अपने डिवाइसेज को नियमित अपडेट करें और एन्क्रिप्टेड ऐप्स का सावधानी से इस्तेमाल करें। हिसार पुलिस ने कहा, “पाकिस्तानी एजेंट्स सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को टारगेट कर रहे हैं।” ज्योति मल्होत्रा सोशल मीडिया जासूसी का यह केस हमें सतर्क रहने की चेतावनी देता है। अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी को प्राथमिकता दें, क्योंकि डिजिटल दुनिया में एक गलती भारी पड़ सकती है।

जनता का रिएक्शन: सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं?

ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। X पर लोग उनकी इफ्तार वीडियो और पाकिस्तान यात्राओं पर सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “ज्योति ने व्लॉगिंग के बहाने देश को धोखा दिया।” (@SANewsRajasthan, Post:5)। कुछ फैंस को यकीन है कि वे बेकसूर हैं, जैसे “वह सिर्फ वीडियोज बनाती थी।” ज्योति मल्होत्रा युट्यूबर गिरफ्तार 2025 पर बहस छिड़ी है, कुछ लोग इसे राष्ट्रीय सुरक्षा की जीत बता रहे हैं। हिसार में स्थानीय लोग हैरान हैं, क्योंकि ज्योति की पड़ोस में कोई नहीं जानता था कि वह इतनी फेमस थीं। उनके वीडियोज अब ट्रोल हो रहे हैं, खासकर लाहौर वाला। कुछ ने उनके पिता के बयान का समर्थन किया, जो कहते हैं कि उनकी यात्राएं वैध थीं। यह केस सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की जिम्मेदारी पर सवाल उठाता है। क्या ज्योति का इरादा था, या वे जाल में फंस गईं? आप क्या सोचते हैं? कमेंट करें और अपनी राय शेयर करें।

निष्कर्ष: ज्योति मल्होत्रा केस का सबक?

ज्योति मल्होत्रा जास्की केस्स ने भारत में रक्षा और डिजिटल सिक्यवर की नई चुनौतियों को उजागर किया। 16 मई, 2025 को हिस्सार में उनकी गिरफ्तारी, 12 टेबी डेटा की बरामदगी, और उनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स के साथ संपर्क ने सबको चौंका दिया।। ज्योति मल्हटरा 14 दिन की हिरासस में हैं, और NIA, IB, और मिलीटरी इंटेलजेंस की जांच अभी जारी है।। उनकी इफ्टार वीजीयो, पकस्तिान यात्राएं, और ‘ऑपेरेशन सडूर’ के तहट 12 लोगो की गिरफ्तारी से एक जास्सी नेटवर्क का खुलासा हुआ।। यह केस्स डिजटल सिक्यवर की अहमतियत सिखाता है—सोशियल मेलिया पर सावधानी बरतें, खासकर संवेदनशील जानकारी शेयर करने में।। क्या ज्योति सचमुच जासूस थीं, या वे अनजाने में फंस गईं? यह जांच बताएगी।। क्या आप इस केस से सतर्क हुए? अपनी राय कमेंट करें और इस लेख को शेयर करें।। ज्योति मल्होत्रा पाकस्तिान जास्सी केस के लिए अपडेट्स्से जुड़े रहें।

lucky  के बारे में
For Feedback - uchiamadara0000001@gmail.com