खतरनाक Android ऐप्स से सावधान: डेटा चोरी से बचने के लिए इन्हें तुरंत डिलीट करें?

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आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे बात बैंकिंग की हो, सोशल मीडिया की, या फिर ऑनलाइन शॉपिंग की, हम अपने फोन पर कई तरह के ऐप्स इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ Android ऐप्स आपके डेटा को चुरा सकते हैं? हाल ही में, न्यूज़18 की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि Google Play Store पर मौजूद कुछ ऐप्स में खतरनाक मालवेयर पाए गए हैं, जो आपके पर्सनल डेटा और पैसे चुराने की क्षमता रखते हैं। ये ऐप्स इतने चालाकी से बनाए गए हैं कि वे Google की सख्त सुरक्षा जांच को भी चकमा दे देते हैं। इस लेख में, हम आपको इन खतरनाक ऐप्स के बारे में विस्तार से बताएंगे और यह भी समझाएंगे कि आप अपने फोन को सुरक्षित कैसे रख सकते हैं।

Google ने हाल ही में Play Store से 20 से ज्यादा ऐसे ऐप्स को हटाया है, जिनमें मालवेयर पाया गया था। ये ऐप्स आपके फोन में मौजूद संवेदनशील जानकारी, जैसे कि क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, पासवर्ड, और यहाँ तक कि आपके क्रिप्टो वॉलेट की 12-अंकीय रिकवरी की को भी चुरा सकते हैं। Cyble Research and Intelligence Labs (CRIL) ने इन ऐप्स को खोजा और बताया कि ये ऐप्स विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स को निशाना बनाते हैं। अगर आपने इनमें से कोई भी ऐप अपने फोन में इंस्टॉल किया है, तो आपको तुरंत इन्हें डिलीट करना चाहिए। इस लेख में, हम आपको इन ऐप्स की लिस्ट, इनके खतरे, और बचाव के तरीकों के बारे में बताएंगे।

Android ऐप्स क्यों बन रहे हैं खतरा?

Android स्मार्टफोन्स की लोकप्रियता का फायदा हैकर्स भी उठा रहे हैं। Google Play Store पर लाखों ऐप्स उपलब्ध हैं, लेकिन कुछ ऐप्स ऐसे हैं जो दिखने में तो भरोसेमंद लगते हैं, लेकिन असल में ये आपके डेटा को चुराने के लिए बनाए गए हैं। न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार, हैकर्स इन ऐप्स को इतनी चालाकी से डिज़ाइन करते हैं कि ये Google की सुरक्षा जांच को आसानी से पास कर लेते हैं। ये ऐप्स इंस्टॉल होने के बाद धीरे-धीरे आपके फोन की संवेदनशील जानकारी तक पहुँच बनाते हैं।

हैकर्स का मुख्य मकसद आपका पर्सनल डेटा, जैसे कि बैंक अकाउंट डिटेल्स, पासवर्ड, और क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स की जानकारी चुराना होता है। कुछ ऐप्स तो इतने खतरनाक हैं कि वे आपके फोन के OTP (वन-टाइम पासवर्ड) को पढ़ सकते हैं और बिना आपकी जानकारी के आपके बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े ऐप्स में हैकर्स 12-अंकीय रिकवरी की मांगते हैं, जिसके जरिए वे आपके डिजिटल वॉलेट पर पूरा कंट्रोल हासिल कर लेते हैं। इसलिए, यह समझना जरूरी है कि ये ऐप्स कैसे काम करते हैं और इन्हें कैसे पहचाना जाए।

कौन से ऐप्स हैं खतरनाक?

न्यूज़18 की रिपोर्ट में बताया गया है कि Cyble Research and Intelligence Labs ने 20 से ज्यादा ऐसे ऐप्स की पहचान की है, जो Play Store पर उपलब्ध थे और जिनमें मालवेयर मौजूद था। ये ऐप्स ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स से जुड़े थे, जो यूज़र्स को जल्दी पैसा कमाने का लालच देते हैं। इनमें से कुछ ऐप्स के नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन ये ऐप्स आपके फोन में मौजूद संवेदनशील जानकारी को चुराने में सक्षम हैं।

इन ऐप्स की खास बात यह है कि ये बिल्कुल सामान्य ऐप्स की तरह दिखते हैं। उदाहरण के लिए, ये फोटो एडिटिंग, गेमिंग, या फिर यूटिलिटी ऐप्स के रूप में सामने आ सकते हैं। लेकिन जैसे ही आप इन्हें इंस्टॉल करते हैं, ये आपके फोन की परमिशन्स को हासिल कर लेते हैं और आपकी जानकारी चुराना शुरू कर देते हैं। अगर आपके फोन में कोई ऐसा ऐप है, जो आपसे अनावश्यक परमिशन्स मांग रहा है, जैसे कि SMS पढ़ने या कॉल रिकॉर्ड करने की, तो यह एक बड़ा खतरे का संकेत है।

Google Play Store की सुरक्षा कमजोर क्यों है?

Google Play Store को दुनिया का सबसे बड़ा और भरोसेमंद ऐप स्टोर माना जाता है। फिर भी, हैकर्स बार-बार इसकी सुरक्षा को भेदने में कामयाब हो जाते हैं। न्यूज़18 की रिपोर्ट के अनुसार, Google ने दावा किया है कि उसने अपनी सुरक्षा प्रणाली को पहले से और मजबूत किया है, लेकिन BitDefender की एक स्टडी में पता चला है कि 330 से ज्यादा ऐप्स Play Store पर मौजूद थे, जिनमें मालवेयर था। ये ऐप्स Android 13 की सख्त सुरक्षा सुविधाओं को भी चकमा देने में सक्षम थे।

हैकर्स की चालाकी का एक उदाहरण यह है कि वे ऐप्स को पहले बिल्कुल सामान्य बनाते हैं और Play Store की जांच पास कर लेते हैं। लेकिन बाद में, अपडेट्स के जरिए वे मालवेयर को ऐप में जोड़ देते हैं। इससे यूज़र्स को पता ही नहीं चलता कि उनके फोन में कोई खतरनाक सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो चुका है। Google ने इनमें से ज्यादातर ऐप्स को अब हटा दिया है, लेकिन अगर आपके फोन में पहले से कोई ऐसा ऐप इंस्टॉल है, तो आपको तुरंत उसे डिलीट करना चाहिए।

क्रिप्टोकरेंसी ऐप्स: सबसे बड़ा खतरा?

क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता ने हैकर्स को एक नया मौका दिया है। न्यूज़18 की रिपोर्ट में बताया गया है कि कई खतरनाक ऐप्स क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स के रूप में पेश किए जाते हैं। ये ऐप्स यूज़र्स को जल्दी अमीर बनने का लालच देते हैं, लेकिन असल में ये आपके डिजिटल वॉलेट की जानकारी चुराने के लिए बनाए गए हैं। हैकर्स खास तौर पर आपके वॉलेट की 12-अंकीय रिकवरी की को टारगेट करते हैं, जिसके जरिए वे आपके क्रिप्टो फंड्स को अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

ऐसे ऐप्स की पहचान करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि ये बिल्कुल वैध ऐप्स की तरह दिखते हैं। लेकिन कुछ संकेतों से आप इन्हें पहचान सकते हैं। अगर कोई ऐप आपसे अनावश्यक परमिशन्स मांग रहा है, जैसे कि आपके SMS या कॉन्टैक्ट्स तक पहुँच, तो यह एक बड़ा रेड फ्लैग है। इसके अलावा, अगर ऐप का डेवलपर कोई अनजान कंपनी है या उसकी वेबसाइट पर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, तो उसे इंस्टॉल करने से पहले दो बार सोचें।

अपने फोन को सुरक्षित कैसे रखें?

अपने फोन को इन खतरनाक ऐप्स से बचाने के लिए कुछ आसान लेकिन जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं। सबसे पहले, हमेशा Play Store से ही ऐप्स डाउनलोड करें। थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर्स या APK फाइल्स से ऐप्स इंस्टॉल करने से बचें, क्योंकि इनमें मालवेयर होने की संभावना ज्यादा होती है। इसके अलावा, Google Play Protect को हमेशा ऑन रखें। यह फीचर आपके फोन में मौजूद ऐप्स को स्कैन करता है और संदिग्ध गतिविधियों को ब्लॉक करता है।

दूसरा, किसी भी ऐप को इंस्टॉल करने से पहले उसके डेवलपर की जानकारी चेक करें। अगर डेवलपर का नाम अनजान है या उसकी वेबसाइट पर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, तो उस ऐप को इंस्टॉल न करें। साथ ही, ऐप के रिव्यूज़ और रेटिंग्स को ध्यान से पढ़ें। कई बार यूज़र्स के कमेंट्स में ऐप की खामियों या खतरों का जिक्र होता है। अगर आपको कोई ऐप संदिग्ध लगता है, तो उसे तुरंत डिलीट करें और अपने फोन को फैक्ट्री रीसेट करने पर विचार करें।

मालवेयर से बचने के लिए क्या करें?

मालवेयर से बचने के लिए कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले, अपने फोन को हमेशा लेटेस्ट सॉफ्टवेयर वर्जन पर अपडेट रखें। Google समय-समय पर सिक्योरिटी पैच रिलीज़ करता है, जो आपके फोन को नए खतरों से बचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, किसी भी ऐप को इंस्टॉल करने से पहले उसकी परमिशन्स को ध्यान से चेक करें। अगर कोई फोटो एडिटिंग ऐप आपके SMS या कॉल लॉग्स तक पहुँच मांग रहा है, तो यह एक बड़ा खतरे का संकेत है।

अगर आपको लगता है कि आपके फोन में कोई मालवेयर इंस्टॉल हो चुका है, तो तुरंत उस ऐप को डिलीट करें। इसके बाद, अपने फोन को एक अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर से स्कैन करें। McAfee, Kaspersky, या Avast जैसे एंटीवायरस ऐप्स आपके फोन को मालवेयर से बचाने में मदद कर सकते हैं। साथ ही, अपने बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट्स को नियमित रूप से चेक करें, ताकि कोई अनजान ट्रांज़ेक्शन होने पर आपको तुरंत पता चल जाए।

थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर्स का जोखिम?

थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर्स, जैसे कि Amazon App Store, कई बार आकर्षक लगते हैं क्योंकि इनमें कुछ ऐसे ऐप्स मिलते हैं जो Play Store पर उपलब्ध नहीं होते। लेकिन न्यूज़18 की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि ऐसे स्टोर्स से डाउनलोड किए गए ऐप्स में मालवेयर होने का खतरा ज्यादा होता है। उदाहरण के लिए, एक हेल्थ ऐप जो BMI कैलकुलेट करने का दावा करता था, उसने यूज़र्स से अनावश्यक परमिशन्स मांगी, जैसे कि ऑडियो रिकॉर्ड करने की। यह अपने आप में एक बड़ा रेड फ्लैग है।

थर्ड-पार्टी स्टोर्स से ऐप्स डाउनलोड करने से पहले, हमेशा डेवलपर की विश्वसनीयता चेक करें। अगर आपको कोई ऐप संदिग्ध लगता है, तो उसे इंस्टॉल करने से बचें। साथ ही, अपने फोन में Google Play Protect को एक्टिव रखें, क्योंकि यह मालवेयर को डिटेक्ट करने में मदद करता है। अगर आपने गलती से कोई संदिग्ध ऐप इंस्टॉल कर लिया है, तो उसे तुरंत डिलीट करें और अपने फोन को स्कैन करें।

Google Play Protect: आपका पहला रक्षा कवच?

Google Play Protect आपके Android फोन की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण टूल है। यह आपके फोन में मौजूद ऐप्स को नियमित रूप से स्कैन करता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को ब्लॉक करता है। न्यूज़18 की रिपोर्ट में बताया गया है कि Google ने Play Protect के जरिए कई मालवेयर से प्रभावित ऐप्स को डिटेक्ट और डिसेबल किया है। लेकिन इसके बावजूद, यूज़र्स को खुद भी सावधान रहना जरूरी है।

Play Protect को एक्टिव करने के लिए, अपने फोन की सेटिंग्स में जाएं और “Google Play Store” में “Play Protect” ऑप्शन को चेक करें। अगर यह बंद है, तो इसे तुरंत ऑन करें। इसके अलावा, अपने फोन को हमेशा लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच के साथ अपडेट रखें। अगर आपको लगता है कि आपके फोन में कोई मालवेयर है, तो Play Protect के जरिए फुल स्कैन चलाएं और संदिग्ध ऐप्स को डिलीट करें।

निष्कर्ष: सावधानी ही बचाव है?

आज के डिजिटल युग में, स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा है। लेकिन खतरनाक Android ऐप्स का खतरा भी उतना ही बड़ा है। न्यूज़18 की रिपोर्ट ने हमें यह याद दिलाया है कि हमें अपने फोन की सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहना चाहिए। चाहे बात Play Store से ऐप्स डाउनलोड करने की हो या थर्ड-पार्टी स्टोर्स से, हमेशा डेवलपर की विश्वसनीयता चेक करें और अनावश्यक परमिशन्स देने से बचें।

Google Play Protect और एंटीवायरस सॉफ्टवेयर आपके फोन को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं, लेकिन सबसे बड़ा हथियार है आपकी सावधानी। अगर आपके फोन में कोई संदिग्ध ऐप है, तो उसे तुरंत डिलीट करें और अपने डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करें। अपने बैंक स्टेटमेंट्स को नियमित रूप से चेक करें और किसी भी अनजान ट्रांज़ेक्शन की स्थिति में तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें। सावधानी बरतकर आप अपने डेटा और पैसे को सुरक्षित रख सकते हैं।

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