26 मई 2025 को मुंबई में मॉनसून की शुरुआत ने शहर को पानी-पानी कर दिया। *Hindustan Times* के अनुसार, भारी बारिश के कारण एक्वा लाइन 3 के अचार्य अत्रे चौक मेट्रो स्टेशन में पानी घुस गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। यह स्टेशन, जो 10 मई को शुरू हुआ था, अभी निर्माणाधीन है, और बारिश ने इसकी कमजोरियां उजागर कर दीं। मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MMRC) ने बताया कि एक निर्माणाधीन प्रवेश द्वार पर प्रोटेक्टिव बैरियर टूटने से पानी अंदर आया। कोलाबा में 295 मिमी बारिश ने 107 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, और नरीमन पॉइंट में एक घंटे में 104 मिमी बारिश हुई। इसने सड़कों, रेलवे ट्रैक्स, और मेट्रो स्टेशनों को जलमग्न कर दिया। वर्ली और अचार्य अत्रे चौक के बीच मेट्रो सेवाएं रोक दी गईं, और एस्केलेटर बंद हो गए। *Times of India* ने बताया कि मॉनसून 15 दिन पहले आया, जो 75 साल में सबसे जल्दी है। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने लोगों से घर में रहने की अपील की। यह लेख मुंबई की बारिश, मेट्रो बाढ़, और इससे जुड़ी समस्याओं को सरल हिंदी में समझाएगा। क्या मुंबई इस आपदा से सबक लेगा?
एक्वा लाइन 3: नया मेट्रो, पुरानी समस्याएं?
मुंबई मेट्रो की एक्वा लाइन 3 (मेट्रो लाइन 3) को शहर की ट्रैफिक समस्या का हल माना जा रहा था, लेकिन 26 मई की बारिश ने इसके दावों पर पानी फेर दिया। *India Today* के अनुसार, अचार्य अत्रे चौक और वर्ली स्टेशन पानी से भर गए, जिससे सेवाएं आंशिक रूप से बंद करनी पड़ीं। MMRC ने दावा किया था कि यह लाइन बाढ़रोधी तकनीक से बनाई गई है, लेकिन *Dainik Bhaskar* की पोस्ट में कहा गया कि जलरोधी तकनीक फेल हो गई। यह लाइन आरे JVLR से BKC और वर्ली तक चलती है, और इसका पूरा उद्घाटन अभी बाकी है। *Free Press Journal* ने बताया कि वॉचडॉग फाउंडेशन ने मेट्रो-3 की बाढ़ तैयारियों की जांच की मांग की, क्योंकि MMRC ने चरम मौसम के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की। बारिश ने निर्माणाधीन हिस्सों की कमजोरियां उजागर कीं, जैसे प्रोटेक्टिव बैरियर का टूटना। *LiveMint* के अनुसार, यह घटना मेट्रो की गुणवत्ता और BMC की मॉनसून तैयारियों पर सवाल उठाती है। क्या एक्वा लाइन 3 मुंबई की उम्मीदों पर खरी उतरेगी, या बारिश हर साल इसे डुबोएगी?
कोलाबा का रिकॉर्ड: 107 साल बाद इतनी बारिश!
मुंबई में 26 मई 2025 की बारिश ने इतिहास रच दिया। *Indian Express* के अनुसार, कोलाबा ऑब्जर्वेटरी ने 295 मिमी बारिश रिकॉर्ड की, जो मई महीने में 1918 के 279.4 मिमी के रिकॉर्ड को तोड़ता है। यह मॉनसून का सबसे जल्दी आगमन था, जो सामान्य से 15 दिन पहले हुआ। *Times of India* ने बताया कि यह 75 साल में सबसे जल्दी मॉनसून है। नरीमन पॉइंट में सुबह 9 से 10 बजे के बीच 104 मिमी बारिश हुई, जिसने शहर को ठप कर दिया। IMD ने मुंबई, ठाणे, और रायगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया, जिसमें भारी बारिश और तूफान की चेतावनी थी। साउथ मुंबई के कोलाबा, मरीन लाइन्स, और परेल जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। *NDTV* के अनुसार, बारिश ने रेलवे, सड़क, और हवाई सेवाओं को बाधित किया। BMC ने दावा किया कि उसने मॉनसून की तैयारी की थी, लेकिन जलजमाव ने इसकी पोल खोल दी। कोलाबा का यह रिकॉर्ड जलवायु परिवर्तन और बढ़ते चरम मौसम की ओर इशारा करता है। क्या मुंबई इस रिकॉर्ड बारिश से निपटने को तैयार थी?
मेट्रो बाढ़: MMRC की क्या थी गलती?
मुंबई मेट्रो-3 की बाढ़ ने MMRC की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। *Free Press Journal* के अनुसार, वॉचडॉग फाउंडेशन ने रेलवे सेफ्टी कमिश्नर से मेट्रो-3 की पूरी लाइन की जांच की मांग की। एक्टिविस्ट्स का कहना है कि MMRC ने अपने ड्राफ्ट प्रोजेक्ट में बाढ़रोधी तकनीक का दावा किया था, लेकिन यह लागू नहीं हुई। *News18* ने बताया कि अचार्य अत्रे चौक स्टेशन में पानी एक टूटे हुए प्रोटेक्टिव बैरियर से घुसा, जो निर्माणाधीन था। *Times Now* के अनुसार, स्टेशन की छत से पानी रिसने और सीढ़ियों पर बहने के वीडियो ने लोगों को नाराज किया। MMRC ने माना कि भारी बारिश के कारण पानी का रिसाव हुआ, लेकिन इसे जल्द ठीक करने का भरोसा दिया। *Hindustan Times* ने बताया कि मेट्रो लाइन अभी पूरी तरह शुरू नहीं हुई, और निर्माणाधीन हिस्सों में कमियां थीं। एक्टिविस्ट्स का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ती बारिश को ध्यान में रखकर मेट्रो बनानी चाहिए थी। क्या MMRC की लापरवाही ने मेट्रो को जोखिम में डाला?
जलजमाव का असर: सड़क, रेल, और हवाई सेवाएं ठप?
मुंबई की 26 मई की बारिश ने शहर की लाइफलाइन को हिला दिया। *LiveMint* के अनुसार, हिंदमाता, किंग्स सर्कल, और परेल जैसे इलाकों में भारी जलजमाव हुआ, जिससे ट्रैफिक रुक गया। *Indian Express* ने बताया कि सेंट्रल रेलवे की हार्बर लाइन पर वडाला रोड और CSMT के बीच ट्रेनें बंद रहीं, क्योंकि मस्जिद स्टेशन पर ट्रैक्स डूब गए। *NDTV* के अनुसार, सायन रोड नंबर 24 पर जलजमाव से BEST बसों को डायवर्ट करना पड़ा। हाई टाइड और BMC ड्रेनेज के ओवरफ्लो ने स्थिति को बदतर किया। *News18* ने बताया कि मुंबई एयरपोर्ट पर उड़ानें देरी से चलीं, और एयर इंडिया ने यात्रियों से फ्लाइट स्टेटस चेक करने को कहा। *India Today* के अनुसार, बारिश ने दादर TT फ्लाईओवर और साकी नाका जैसे इलाकों में ट्रैफिक जाम बढ़ाया। BMC ने दावा किया कि उसने ड्रेनेज साफ किए थे, लेकिन कम समय में भारी बारिश ने सिस्टम को चोक कर दिया। मुंबई पुलिस ने जलमग्न सड़कों पर लोगों की मदद की, जिसकी सोशल मीडिया पर तारीफ हुई। क्या जलजमाव ने मुंबई को फिर से लाचार दिखाया?
मॉनसून रेड अलर्ट: IMD की क्या थी चेतावनी?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 26 मई को मुंबई, ठाणे, और रायगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया। *The Hindu* के अनुसार, IMD ने “बेहद भारी बारिश और तूफान के साथ बिजली” की चेतावनी दी थी। *Indian Express* ने बताया कि दोपहर 12:38 बजे रेड अलर्ट जारी हुआ, और कोलाबा में 8:30 से 11:30 बजे तक 105.2 मिमी बारिश हुई। सांताक्रूज, बांद्रा, और जूहू जैसे इलाकों में भी 55-68 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। IMD ने कहा कि मॉनसून 10 दिन पहले महाराष्ट्र पहुंचा, जो 1990 के बाद सबसे जल्दी है। *Times of India* के अनुसार, यह मई में 107 साल की सबसे ज्यादा बारिश थी। IMD ने अगले 24 घंटों के लिए भारी बारिश की भविष्यवाणी की, जिसके कारण NDRF और BMC को अलर्ट पर रखा गया। *Business Standard* ने बताया कि जलवायु परिवर्तन ने चरम मौसम को बढ़ावा दिया है, जिसके लिए शहर तैयार नहीं है। क्या IMD की चेतावनी ने मुंबई को पहले से तैयार कर दिया था?
BMC की तैयारी: क्या थी कमी?
ब्रिहनमुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) पर हर मॉनसून के बाद सवाल उठते हैं, और इस बार भी यही हुआ। *India Today* के अनुसार, BMC ने मॉनसून से पहले 80% ड्रेनेज साफ करने का दावा किया, लेकिन 295 मिमी बारिश ने इसकी कमजोरी दिखाई। *LiveMint* ने बताया कि BMC प्रीमियां भी जलमग्न हो गईं, और हिंदमाता जैसे लो-लैंडिंग एरिया डूब गए।। *Netizens* ने X पर BMC की “swimming classes” वाले कमेंट पर मजे लिए।। BMC ने 2000 से ज्यादा पंप लगाए और NDRF के साथ मिलकर काम किया, लेकिन हाई टाइड और ड्रेनेज की सीमित क्षमता ने जलजमाव को रोका नहीं। *Times of India* के अनुसार, BMC ने सरकारी कर्मचारियों को जल्दी घर भेजा, लेकिन जरूरी सेवाओं को चालू रखा। एक्टिविस्ट्स ने कहा कि BMC ने चरम मौसम के लिए लॉन्ग-टर्म प्लानिंग नहीं की। *Free Press Journal* ने मेट्रो और सड़कों की बाढ़ को BMC की MMRCL के साथ कोऑर्डिनेशन की कमी से जोड़ा। क्या BMC अगले मॉनसून के लिए बेहतर तैयार होगी?
एकनाथ शिंदे की अपील: “घर में रहें”
मुंबई की बारिश ने जब हालात बिगाड़े, तो डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने तुरंत एक्शन लिया। *LiveMint* के अनुसार, शिंदे ने लोगों से “जरूरी न हो तो बाहर न निकलें” की अपील की और कहा, “हमारा लक्ष्य है कि कोई हताहत न हो।”। उन्होंने BMC, आर्मी, नेवी, और NDRF को अलर्ट पर रखा। *India Today* ने बताया कि शिंदे ने डिजास्टर मैनजमेंट डिपार्टमेंट का दौरा किया और हालात की समीक्षा की।। *NDTV* के अनुसार, महाराष्ट्र के रिलीफ मिनिस्टर अनिल पाटिल ने भी लोगों से घर में रहने को कहा।। शिंदे ने कहा कि सभी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं, और CM स्थिति पर नजर रख रहे हैं। *Times Now* ने बताया कि बारिश ने मेट्रो और रेलवे को प्रभावित किया, जिसके लिए आपातकालीन टीमें लगीं।। X पर लोगों ने शिंदे की अपील की तारीफ की, लेकिन BMC की तैयारियों पर सवाल भी उठाए।। शिंदे ने भरोसा दिलाया कि सरकार हर संभव मदद कर रही है। क्या उनकी अपील ने मुंबई को सुरक्षित रखा? [शिंदे अपील]।
मेट्रो यात्रियों की परेशानी: क्या था अनुभव?
मुंबई मेट्रो के यात्रियों के लिए 26 मई का दिन मुश्किल भरा था। *News18* के अनुसार, अचार्य अत्रे चौक स्टेशन पर पानी सीढ़ियों से बहकर प्लेटफॉर्म तक पहुंच गया, जिससे यात्री परेशान हुए।। *Hindustan Times* ने बताया कि पानी ट्रेनों में भी घुस गया, और एस्केलेटर बंद होने से लोग फिसलते हुए चले।। वर्ली और अचार्य के बीच सेवाएं रुक गईं, जिससे BKC और आरे जाने वाले यात्रियों को दिक्कत हुई। *Times Now* के अनुसार, यात्रियों ने सोशल मीडिया पर गुस्सा निकाला, क्योंकि MMRC ने बाढ़रोधी स्टेशन का दावा किया था।। *X Post* में एक यूजर ने लिखा, “नई मेट्रो का हाल पुरानी सड़कों जैसा है।”। MMRC ने कहा कि आरे से वर्ली तक की सेवाएं चालू रहीं, लेकिन प्रभावित हिस्सा बंद करना पड़ा।। यात्रियों को वैकल्पिक रूट्स या बसों का सहारा लेना पड़ा। *LiveMint* ने बताया कि कुछ यात्रियों ने पुलिस और मेट्रो स्टाफ की मदद की तारीफ की।। क्या यात्रियों की परेशानी मेट्रो की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है? [मेट्रो यात्री] जानें।
भविष्य की राह: मुंबई कैसे बचे बारिश से?
मुंबई की 2025 की बारिश ने शहर की मॉनसून तैयारियों की कमियां उजागर की हैं। *Business Standard* के अनुसार, जलवायु परिवर्तन ने चरम मौसम को बढ़ाया है, जिसके लिए मुंबई को लॉन्ग-टर्म प्लानिंग चाहिए।। *Free Press Journal* ने मेट्रो-3 की पूरी जांच की मांग की, ताकि भविष्य में बाढ़ न हो।। BMC को ड्रेनेज सिस्टम की क्षमता बढ़ानी होगी, और हाई टाइड के लिए बेहतर पंपिंग चाहिए। *Indian Express* ने बताया कि BMC को मॉनसून से पहले ड्रेन साफ करने और नए सिस्टम बनने होंगे।। MMRC को मेट्रो स्टेशनों को बाढ़रोधक बनाने के लिए निर्माण खामियों को ठीक करना होगा। *Times of India* के अनुसार, सरकार का ‘विकसित भारत 2047’ विजन में स्मार्ट सिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं, लेकिन मॉनसून तैयारियां जरूरी हैं।। X पर लोग BMC और MMRC से जवाब मांग रहे हैं।। *NDTV* ने कहा कि NDRF और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने नुकसान कम किया।। क्या मुंबई भविष्य में बारिश से बच पाएगा? [मुंबई भविष्य] पढ़ें।