पाकिस्तान क्वेटा हमले: चार धमाकों से हड़कंप, स्टॉक मार्केट धड़ाम, क्या डूब रहा है पाकिस्तान?

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सुनो भाई, पाकिस्तान में तो अब कोहराम मच गया है! पाकिस्तान क्वेटा हमले ने सबके होश उड़ा दिए। 9 मई 2025 को बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में चार जगहों पर धमाके और गोलीबारी हुई, जिसमें कम से कम 5 सुरक्षा कर्मी मरे और दर्जनों घायल हुए। ऊपर से पाकिस्तान स्टॉक मार्केट क्रैश ने कराची स्टॉक एक्सचेंज को हिलाकर रख दिया, KSE-100 7,000 अंक धड़ाम से गिर गया। ये सब ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक तनाव की आग में और तेल डाल रहा है। हमारे यहाँ लोग कह रहे हैं, “पाकिस्तान की तो नाक में दम कर दिया भारत ने, और अब अपने ही घर में आग लग रही है!” तो चलो, इस मसालेदार कहानी को शुरू से समझते हैं, जैसे चाय की टपरी पर गप्पें मार रहे हों।


क्वेटा में हाहाकार: चार हमलों ने मचाया तांडव

9 मई को क्वेटा में चार जगहों पर हमले हुए—फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) हेडक्वार्टर, कैप्टन सफर खान चेकपोस्ट, और दो अन्य ठिकाने। धमाकों की आवाज़ और गोलियों की तड़तड़ाहट से शहर में हड़कंप मच गया। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इन हमलों की ज़िम्मेदारी ली, जिसमें 5–10 सुरक्षा कर्मी मारे गए।

  • क्या हुआ?: पहला धमाका FC हेडक्वार्टर पर हुआ, फिर चेकपोस्ट पर IED ब्लास्ट। इसके बाद दो जगहों पर गोलीबारी हुई। पुलिस और सेना मौके पर पहुँची, लेकिन अफरातफरी मच गई।
  • बलूच विद्रोह: BLA लंबे समय से बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ लड़ रही है। X पर पोस्ट्स में दावा किया गया कि ये हमले “आज़ादी की जंग” का हिस्सा हैं।
  • पाकिस्तान की कमज़ोरी: क्वेटा में सुरक्षा बलों का डर दिखाता है कि पाकिस्तान अपने ही घर में घिर गया है।

मेरे चाचा जी कह रहे थे, “पाकिस्तान को बाहर भारत ने मज़ा चखाया, और अंदर बलूच उसकी नींद हराम कर रहे हैं!”


ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने दी चोट, पाकिस्तान बौखलाया

ये सब शुरू हुआ 22 अप्रैल 2025 को, जब पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों को मार डाला। भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कैंप धुआँ-धुआँ, 100 से ज़्यादा आतंकी ढेर

  • भारत का हमला: भारत ने मुरिदके, बहावलपुर, और मुज़फ्फराबाद जैसे ठिकानों को निशाना बनाया। रक्षा मंत्रालय ने कहा, “हमने सिर्फ आतंकी ढांचे को मारा, कोई नागरिक नहीं।”
  • पाकिस्तान का जवाब: उसने पूंछ में भारतीय गाँवों पर गोले बरसाए, जिसमें 16 नागरिक मरे। उसने दावा किया कि भारत ने बहावलपुर की मस्जिद में 13 लोगों को मारा, लेकिन सबूत नहीं दिया।
  • S-400 का कमाल: भारत ने 8 मई को पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमले को S-400 सिस्टम से नाकाम किया।

मेरे दोस्त ने कहा, “भारत ने तो पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया, और अब वो बौखलाकर नागरिकों पर गुस्सा निकाल रहा है!”


पाकिस्तान स्टॉक मार्केट: 7,000 अंक की चोट

पाकिस्तान स्टॉक मार्केट क्रैश ने वहाँ की अर्थव्यवस्था को गहरी चोट दी। KSE-100 इंडेक्स 6,272 अंक (6%) गिरकर 107,296.64 पर आ गया, और बाद में 7,000 अंकों से ज़्यादा लुढ़का।

  • क्यों हुआ क्रैश?: ऑपरेशन सिंदूर, भारत के कदम (सिंधु जल संधि निलंबन, वाघा बॉर्डर बंद), और क्वेटा हमलों ने निवेशकों में खौफ पैदा किया।
  • पहले से थी मुसीबत: पाकिस्तान की GDP $348.72 बिलियन, महंगाई 37.8%, और विदेशी मुद्रा भंडार $16.04 बिलियन। IMF का $7 बिलियन बेलआउट भी डगमगा रहा है।
  • निवेशक भागे: विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी KSE में 28.7% से घटकर 3.2% रह गई।

पाकिस्तान के एक रिश्तेदार ने बताया, “यहाँ रोटी 35% महंगी हो गई, और लोग डर रहे हैं कि अब क्या होगा!”


भारत का बाज़ार: हिल गया, लेकिन डटा रहा

भारत को भी झटका लगा। सेंसेक्स गिरावट में सुबह 692 अंक लुढ़का, और रुपया 84.70 तक फिसल गया। लेकिन दोपहर तक सेंसेक्स हरे निशान में बंद हुआ।

  • क्यों हिला?: ऑपरेशन सिंदूर और तनाव ने शुरुआती डर पैदा किया। विदेशी निवेशकों ने कुछ शेयर बेचे।
  • क्यों संभला?: भारत की $4.2 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था और $686.2 बिलियन भंडार मज़बूत हैं। FII ने 14 सत्रों में 43,940 करोड़ रुपये का निवेश किया।
  • रुपये का असर: रुपये की कमज़ोरी ने आयात को महंगा किया, लेकिन निर्यातकों को फायदा हुआ।

हमारे यहाँ लोग कहते हैं, “हमारा बाज़ार तो शेर है, गिरता है, लेकिन फिर दहाड़ मारता है!”


दुनिया की नज़रें: अमेरिका की लताड़

भारत-पाक तनाव ने दुनिया को हिलाकर रख दिया। अमेरिका ने 8 मई को कहा, “पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद करे!” उसने अपने नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने को कहा।

  • अमेरिका का रुख: प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “हम भारत के आतंकवाद-विरोधी रुख के साथ हैं।” UK और रूस ने भी अपने नागरिकों को वापस बुलाया।
  • भारत के कदम: भारत ने पाकिस्तानी आयात ($304.93 मिलियन, 2024) बैन किया, वाघा बॉर्डर बंद किया, और SAARC वीजा छूट खत्म की।
  • पाकिस्तान की धमकी: उसने सिमला समझौता तोड़ने और जंग की धमकी दी। हवाई क्षेत्र बंद होने से फ्लाइट्स रद्द हुईं।

मेरे पड़ोसी ने कहा, “पाकिस्तान की हालत सांप-छछूंदर वाली हो गई—न उगले बन रहा, न निगले!”


अब आगे क्या? तबाही या राहत?

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा दोनों डगमगा रहे हैं। लेकिन सवाल ये है—क्या होगा आगे?

  • पाकिस्तान: अगर तनाव कम हुआ और IMF की किश्त मिली, तो KSE-100 संभल सकता है। लेकिन बलूच विद्रोह और इमरान खान की गिरफ्तारी रास्ते में रोड़ा हैं।
  • भारत: सेंसेक्स स्थिर रहेगा, लेकिन रुपये पर नज़र रखनी होगी। विश्लेषक कहते हैं, “भारत का आत्मविश्वास तनाव में भी कायम है।”
  • दुनिया की कोशिश: ट्रंप ने कहा, “मैं दोनों देशों की मदद कर सकता हूँ।” लेकिन दोनों देशों की ज़िद शांति की राह में मुश्किल है।

हमारे यहाँ कहते हैं, “जब तक साँस, तब तक आस।” लेकिन पाकिस्तान की साँस कितनी बाकी है, ये वक्त बताएगा।


अंत में: गुस्सा और सबक

पाकिस्तान क्वेटा हमले, पाकिस्तान स्टॉक मार्केट क्रैश, और भारत-पाक तनाव ने दिखा दिया कि आतंकवाद और अस्थिरता की कीमत कितनी भारी है। पाकिस्तान अपने ही घर में घिर गया, जबकि भारत ने ताकत दिखाई। लेकिन पूंछ के 16 परिवारों का दर्द हमें याद दिलाता है कि जंग की कीमत चुकानी पड़ती है। सवाल ये है—क्या पाकिस्तान सबक लेगा, या और डूबेगा? तुम क्या सोचते हो? क्या ये तनाव जंग की तरफ जाएगा, या शांति मिलेगी? कमेंट्स में अपनी राय बताओ, और इस खबर को शेयर करो। ऐसी कहानियाँ हमें दुनिया के खेल को समझने में मदद करती हैं!

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